
राजस्थान पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के कुख्यात बदमाश प्रदीप गुर्जर को गुड़गांव से गिरफ्तार कर लिया। रंगदारी, बैंक लूट, डकैती, हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामलों में वांछित प्रदीप पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित था। लंबे समय से उसकी तलाश कर रही पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालकर उसके ठिकाने का पता लगाया और फिर पूरी प्लानिंग के साथ उसे पकड़ने का ऑपरेशन चलाया।
गार्ड बनकर की रेकी, फिर दबोचा
राजस्थान एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) की टीम को पता चला कि प्रदीप गुड़गांव के सेक्टर-77 स्थित EWS फ्लैट में एक महिला (कथित गर्लफ्रेंड) के साथ रह रहा है। इसके बाद एक हेड कॉन्स्टेबल ने सोसाइटी के गार्ड का भेष धारण कर कई दिनों तक उसकी गतिविधियों पर नजर रखी।
जैसे ही पुलिस को पूरी जानकारी मिली, टीम ने फ्लैट पर अचानक दबिश दी और प्रदीप को मौके पर ही काबू कर लिया। गिरफ्तारी की सूचना खेड़कीदौला थाना पुलिस को भी दी गई।
गुड़गांव के युवाओं को संगठित कर रहा था
पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रदीप गुर्जर, लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी सचिन थापन के लिए एक सक्रिय कड़ी के रूप में काम कर रहा था।
वह सिर्फ राजस्थान ही नहीं बल्कि गुड़गांव के युवकों को भी गैंग में जोड़कर संगठित कर रहा था।
उसे गिरफ्तार कर राजस्थान के कोटपूतली ले जाया गया है, जहां उससे कई मामलों में महत्वपूर्ण खुलासों की उम्मीद है।
होटल संचालकों को धमकाकर वसूलता था रंगदारी
पुलिस के अनुसार प्रदीप एक ऐसे गिरोह का सरगना है, जो मुख्य रूप से हाईवे पर स्थित होटलों को निशाना बनाता था।
- गिरोह पहले फायरिंग कर दहशत फैलाता,
- फिर व्यापारी के पास धमकीभरी पर्ची भेजकर मोटी रकम की रंगदारी मांगता था।
इन्हीं मामलों के चलते कोटपूतली पुलिस अधीक्षक ने उस पर इनाम घोषित किया था।
गर्लफ्रेंड के साथ रह रहा था, लेकिन कब से – जानकारी नहीं
फ्लैट में उसके साथ एक महिला भी रह रही थी, जो उसकी कथित गर्लफ्रेंड बताई जा रही है। वह यहां कब से रह रहा था, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है।
खेड़कीदौला थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर
- आसपास के लोगों से पूछताछ की,
- और अन्य सोसायटी के निवासियों को भी संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत देने को कहा।
गिरफ्तारी के बाद कई गैंग ऑपरेशंस के खुलासे की उम्मीद
राजस्थान पुलिस प्रदीप को गुप्त स्थान पर ले जाकर उससे पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि—
- लॉरेंस–थापन गैंग की गतिविधियों,
- नए नेटवर्क तैयार करने की प्लानिंग,
- और गुड़गांव में गैंग के विस्तार
से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते हैं।