Monday, December 1

इनहेलर में सिम, दरवाजे पर बैटरी… जेल में हाई-सिक्योरिटी के बीच ‘मोबाइल ऑपरेशन’ चलाता मिला नारायण साईं

लाजपोर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे नारायण साईं पर जेल के भीतर मोबाइल फोन का गुप्त रूप से इस्तेमाल करने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सचिन पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

गोपनीय सूचना ने खोली सारी पोल

जेल प्रशासन को गुरुवार को गुप्त सूचना मिली कि हाई-सिक्योरिटी बैरक नंबर-1 में बंद नारायण साईं के पास मोबाइल फोन है। जानकारी पाते ही जेल सिक्योरिटी स्क्वॉड ने तुरंत छापेमारी की। तलाशी के दौरान सेल नंबर-1 में लोहे के दरवाजे की पीछे की सतह पर चुंबक से चिपकाया हुआ एक स्मार्टफोन बरामद किया गया।

इसके साथ ही जियो का एक सिम कार्ड और अलग से छिपाई गई बैटरी भी मिली।

शातिराना तरीका—इनहेलर में सिम, नाकूचे में बैटरी

जांच में सामने आया कि नारायण साईं बेहद योजनाबद्ध तरीके से मोबाइल का उपयोग कर रहा था।

  • बातचीत के बाद वह फोन की बैटरी और सिम तुरंत निकाल देता था।
  • सिम कार्ड को वह अपने इनहेलर के अंदर छिपाकर रखता था ताकि किसी साधारण जांच में पकड़ न आए।
  • जबकि बैटरी को वह सेंट्री रूम के दरवाजे के नाकूचे (की-होल) में छिपा देता था।

जेल स्टाफ की सतर्कता से उन्हीं नुक्कड़ों में छिपाई गई बैटरी भी बरामद कर ली गई।

मोबाइल कहां से आया? किससे बात करता था? पुलिस की जांच शुरू

जेल प्रशासन की शिकायत पर सचिन पुलिस ने नारायण साईं के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं और गुजरात जेल मैनुअल के उल्लंघन में मामला दर्ज किया है।

अब पुलिस यह पता लगा रही है

  • यह मोबाइल फोन जेल के अंदर कैसे पहुंचा,
  • इसमें किन-किन लोगों से बातचीत की गई,
  • और इस पूरे नेटवर्क में जेल के अंदर या बाहर कौन-कौन शामिल था।

जेल के भीतर मोबाइल रखना गंभीर अपराध: एसीपी

एसीपी नीरव गोहिल ने बताया कि रेप केस में दोषी नारायण साईं के पास से फोन, बैटरी और सिम की बरामदगी बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने कहा
“जेल में मोबाइल फोन रखना सख्त अपराध है। नारायण साईं के पास से मिले फोन और अन्य सामान को जब्त कर आगे विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।”

नारायण साईं की मुश्किलें फिर बढ़ीं

पहले ही आजीवन कारावास की सजा काट रहे नारायण साईं की कानूनी मुश्किलें अब और गहराती दिख रही हैं। जेल के भीतर इस तरह के शातिराना ‘गुप्त ऑपरेशन’ के सामने आने से प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा शुरू कर दी है।

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