
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछले दिनों लखनऊ के प्लासियो मॉल में फरहान अख्तर द्वारा निर्देशित फिल्म ‘120 बहादुर’ देखने पहुंचे। उनके साथ अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद सहित कई नेता व समर्थक मौजूद थे। फिल्म भारतीय सेना के उन 120 शूरवीरों की साहसगाथा पर आधारित है, जिन्होंने चीन से मुकाबले में प्राणों की आहुति दी थी। इनमें से अधिकांश जवान अहीर रेजिमेंट से जुड़े थे।
फिल्म देखने के बाद अखिलेश यादव ने इसकी जमकर सराहना करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ही पहली है जिसने अपने चुनावी घोषणा–पत्र में अहीर रेजिमेंट के गठन की बात शामिल की है।
निरहुआ का पुराना बयान फिर सुर्खियों में
इधर, फिल्म को लेकर हुई चर्चा के बीच भोजपुरी स्टार और आज़मगढ़ से पूर्व बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ का एक पुराना इंटरव्यू सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए सवाल उठाते हैं कि जब मुलायम सिंह यादव देश के रक्षा मंत्री थे, तब अहीर रेजिमेंट क्यों नहीं बनी?
निरहुआ कहते हैं कि यदि उन्हें रक्षा मंत्री बनाया जाए, तो वह “अगले ही दिन” अहीर रेजिमेंट के गठन की घोषणा कर देंगे।
‘मुख्यमंत्री नहीं बना पाए, तो सांसद कैसे बनाएगा रेजिमेंट?’
एक टीवी चैनल से बातचीत में निरहुआ ने कहा,
“सपा वाले हमसे पूछते हैं अहीर रेजिमेंट कब बनेगी। नेताजी रक्षा मंत्री थे—तब क्यों नहीं बनी? अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे—तब क्यों नहीं बनी? अगर मुख्यमंत्री रेजिमेंट नहीं बनवा पाए, तो सांसद कैसे बनवा देगा? हमारा काम सदन में मुद्दा उठाना है और हमने अहीर रेजिमेंट व भोजपुरी भाषा के दर्जे की मांग संसद में रखी है।”
अखिलेश का पलटवार—‘हर समाज की रेजिमेंट बननी चाहिए’
फिल्म से बाहर निकलते हुए अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि
“राजस्थान और गुजरात के अहीर भाई हमारा पुतला फूंकते हैं, यह उनका अधिकार है। लेकिन अगर हमारे साथी अहीर रेजिमेंट की मांग कर रहे हैं, तो हमें खुशी है। जो-जो समाज अपने लिए रेजिमेंट की मांग कर रहा है, उनकी भी रेजिमेंट बननी चाहिए।”