
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच बुलंदशहर प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर गुरुवार देर शाम खुर्जा पॉटरी क्षेत्र में बड़ी छापेमारी की गई। इस दौरान शांति देवी सिरेमिक पॉटरी में पर्यावरण के लिए बेहद नुकसानदायक प्रतिबंधित काला तेल इस्तेमाल किए जाने का खुलासा हुआ। भट्टियों में इसी काले तेल से चीनी मिट्टी के बर्तन पकाए जा रहे थे। पर्यावरण नियमों के उल्लंघन पर प्रशासन ने फैक्टरी को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया।
छापेमारी टीम का नेतृत्व खुर्जा तहसीलदार सचिन कुमार ने किया। नेहरुपुर चुंगी स्थित इस यूनिट में जांच के दौरान टीम को तीन ड्रम काला तेल मिला, जिसे तुरंत जब्त कर लिया गया। तहसीलदार ने बताया कि यह तेल जलने पर अत्यधिक जहरीला धुआँ छोड़ता है, जो वायु प्रदूषण को खतरनाक स्तर तक बढ़ा देता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिले में किसी भी हालत में प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों को बख्शा नहीं जाएगा और आगे भी ऐसी कार्यवाही जारी रहेगी।
उधर, दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ बुलंदशहर में भी प्रदूषण की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई दिनों से 300 के पार दर्ज किया जा रहा है। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन जैसे स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में सांस व फेफड़ों से संबंधित मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है।
प्रशासन की इस कार्रवाई को प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में एक सख्त और जरूरी कदम माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने भी उम्मीद जताई कि ऐसे कदमों से हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा और आम जनजीवन को राहत मिलेगी।