
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को दिल्ली के इंदिरा भवन में सभी 61 उम्मीदवारों की समीक्षा बैठक बुलाई। चुनावी हार के कारणों पर चर्चा के लिए आयोजित यह बैठक अचानक गरमा गई और दो उम्मीदवारों के बीच ऐसा विवाद हुआ कि माहौल पूरी तरह बिगड़ गया।
दो कैंडिडेट भिड़े, गाली-गलौच और धमकी तक पहुंचा मामला
सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान वैशाली सीट के कांग्रेस उम्मीदवार इंजीनियर संजीव और पूर्णिया के उम्मीदवार जितेंद्र यादव के बीच बहस छिड़ गई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू कर दिए। तीखी नोकझोंक के बीच एक क्षण ऐसा भी आया जब इंजीनियर संजीव ने जितेंद्र यादव को कथित तौर पर धमकी दी—
“मुंह में गोली मार दूंगा!”
ये घटनाक्रम तब हुआ जब राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सभा में मौजूद नहीं थे। हालांकि कांग्रेस ने इस पूरी घटना से इनकार किया है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों के दावों ने मामले को और गर्मा दिया है।
टिकट वितरण पर उठे सवाल से भड़की बहस
बताया जा रहा है कि इंजीनियर संजीव ने बैठक में कहा कि “बाहरी उम्मीदवारों को टिकट दिए जाने की वजह से पार्टी बुरी तरह हारी।”
उनकी इस टिप्पणी से जितेंद्र यादव आक्रोशित हो गए और विरोध जताया। देखते ही देखते दोनों के बीच कहा-सुनी और फिर गाली-गलौच शुरू हो गई।
कांग्रेस नेतृत्व भी चिंतित—‘ये चुनाव इंजीनियरिंग है’
समीक्षा बैठक में प्रदेश नेताओं ने भी हार के पीछे कई कारण गिनाए। बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने सवाल उठाया—
“एनडीए के सभी दलों का स्ट्राइक रेट दो-तिहाई से ऊपर कैसे? जबकि महागठबंधन के सभी दल बराबर प्रदर्शन करते रहे। यह चुनाव पूरी तरह इंजीनियरिंग है।”
बैठक के बाद अररिया के विधायक आबिदुर रहमान ने कहा—
- “चुनाव में भारी स्तर पर आचार संहिता का उल्लंघन हुआ। 10-10 हजार रुपये तक बांटे गए।”
- “महागठबंधन में समय पर सीट बंटवारा नहीं हो सका।”
- “10–11 सीटों पर दोस्ताना मुकाबला हुआ, जिससे संदेश गलत गया।”
हार के बाद कांग्रेस में असंतोष खुलकर सामने
इस घटना ने साफ कर दिया कि बिहार में कांग्रेस न सिर्फ चुनावी मैदान में कमजोर रही, बल्कि अंदरूनी मतभेद भी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं।
केंद्रीय नेतृत्व अब व्यापक स्तर पर रिपोर्ट जुटा रहा है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में संगठनात्मक सर्जरी भी देखने को मिल सकती है।