
भोपाल: ‘ब्राह्मण की बेटी दान में चाहिए’ जैसे विवादित बयान के चार दिन बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने पहली बार खुलकर IAS संतोष वर्मा के खिलाफ प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे विकृत मानसिकता का प्रतीक बताया और कहा कि यह आपत्तिजनक टिप्पणी समाज में अनावश्यक विभाजन पैदा करने वाली है।
डिप्टी CM ने अपने X हैंडल पर लिखा कि उच्च पद पर बैठे किसी अधिकारी द्वारा बहन-बेटियों को लेकर की गई टिप्पणी न केवल समाज में सौहार्द को ठेस पहुंचाती है बल्कि प्रशासनिक गरिमा पर भी प्रश्न उठाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं पर ऐसी टिप्पणी स्वीकार नहीं की जा सकती।
सरकार ने दी चेतावनी
राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि सरकार ने IAS वर्मा को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। यदि संतोष वर्मा द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया, तो आवश्यक कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
सड़कों पर विरोध, पुतले जलाए गए
IAS वर्मा के बयान के विरोध में ब्राह्मण समाज सहित अन्य समाज और संगठन सड़कों पर उतर आए। राजधानी के रोशनपुरा चौराहे से टीटी नगर तक जोरदार प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने वर्मा के पुतले जलाए और उन्हें जूतों की माला पहनाकर घुमाया। हिन्दू उत्सव समिति सहित दो दर्जन संगठनों ने भी इस विरोध में भाग लिया। सभी का कहना है कि नोटिस नाकाफी है और वर्मा को तत्काल सस्पेंड किया जाना चाहिए।
यह विवाद पूरे राज्य में गर्माता दिख रहा है और समाज के विभिन्न वर्गों में गहरी संवेदनशीलता को उजागर करता है।