
रायसेन, नवभारत टाइम्स: रायसेन जिले में छह वर्षीय मासूम से दुष्कर्म के जघन्य मामले में फरार चल रहा आरोपी सलमान आखिरकार छह दिन की लगातार तलाश के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। मगर गिरफ्तारी के बाद भी जनता का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। गौहरगंज और आसपास के इलाकों में ‘फुल एनकाउंटर’ की मांग तेज हो गई है। लोग रातभर थाने के बाहर डटे रहे और आरोपी को उनके हवाले करने की मांग करते रहे।
गौहरगंज में कर्फ्यू जैसा माहौल
21 नवंबर को घटना के बाद से ही पूरे क्षेत्र में आक्रोश और भय का माहौल है। 22 नवंबर से लगातार प्रदर्शन, सड़क जाम और बाजार बंद जैसे हालात बने रहे। कई बार पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा। दो दिनों तक स्थिति कर्फ्यू जैसी रही। लोग स्वेच्छा से दुकानें बंद कर आंदोलन में जुटे रहे।
भोपाल में छिपा था आरोपी, 500 जवानों की टीम कर रही थी तलाश
घटना के बाद सलमान जंगल के रास्ते भोपाल पहुंच गया था और गांधी नगर क्षेत्र में एक रिश्तेदार के यहां छिपा था। पुलिस की 500 जवानों की टीम कई दिनों से उसकी तलाश में जुटी थी। सीसीटीवी फुटेज में अयोध्या बाइपास पर पानीपुरी खाते दिखाई देने के बाद उसकी लोकेशन का दायरा सिमटा। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे गांधी नगर से देर रात गिरफ्तार कर लिया।
रास्ते में ‘शॉर्ट एनकाउंटर’
गिरफ्तारी के बाद उसे लेकर लौट रही पुलिस की गाड़ी भोजपुर से पहले कीरत नगर में पंक्चर हो गई। अंधेरा का फायदा उठाकर सलमान ने पुलिस की राइफल छीनकर भागने की कोशिश की और फायरिंग भी की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी। उसे गंभीर अवस्था में हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
‘फुल एनकाउंटर करो’, जनता की एक ही मांग
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही आधी रात को सैकड़ों लोग गौहरगंज थाने के बाहर जमा हो गए।
स्थानीय लोगों ने कहा
“यह शॉर्ट एनकाउंटर नहीं चलेगा… पूरा एनकाउंटर होना चाहिए। उसे जनता के हवाले कर दो, न्याय हम कर देंगे।”
राष्ट्रीय बजरंग दल के सदस्यों ने भी आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग की और फिर से प्रदर्शन की चेतावनी दी।
मासूम के ज़ख्म देखकर कांप गए डॉक्टर
पीड़िता को जंगल से लहूलुहान हालत में पाया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद उसे एम्स भोपाल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार
- बच्ची होश में नहीं थी
- शरीर पर गंभीर चोटों के निशान
- निजी अंग बुरी तरह क्षतिग्रस्त
- सर्जरी के बाद भी कम से कम छह महीने का इलाज ज़रूरी
एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि इतने भयावह ज़ख्म देखकर उनका दिल दहल गया।
गांव में खौफ, बच्चे स्कूल तक नहीं जा रहे
पीड़िता का गांव हाइवे से दूर सुनसान पहाड़ी इलाके में है। घटना के बाद गांव में दहशत है। बच्चे घर से बाहर निकलने से डर रहे हैं। स्कूल तक जाना बंद कर दिया गया है। पीड़िता के घर पर पुलिस सुरक्षा तैनात है।
सात दिनों में ऐसा रहा पूरा घटनाक्रम
- 21 नवंबर: आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया
- 22 नवंबर: थाने के बाहर प्रदर्शन, सड़क जाम
- 23 नवंबर: मेन रोड पर दो घंटे का चक्का जाम
- 24 नवंबर: मंडीदीप में दुकानों का बंद, हाईवे ब्लॉक
- 25 नवंबर: बड़े प्रदर्शन के बाद रायसेन एसपी हटाए गए
- 26–27 नवंबर: इलाके में अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति
- 27 नवंबर रात: आरोपी गिरफ्तार
- 28 नवंबर तड़के: आरोपी का शॉर्ट एनकाउंटर