Monday, December 1

IAS टीना डाबी के जिले में हंगामा! दिशा बैठक में चाय–समोसे पर भड़के सांसद और विधायक, अधिकारियों की लापरवाही पर उठे सवाल**

राजस्थान के बाड़मेर जिले में आयोजित दिशा (DISHA) बैठक इन दिनों जमकर सुर्खियाँ बटोर रही है। बैठक में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी अधिकारियों के जवाबों से इतने नाराज़ हुए कि उन्होंने कलेक्टर IAS टीना डाबी की मौजूदगी में खुलकर फटकार लगाई। सोशल मीडिया पर वायरल बैठक के वीडियो ने प्रशासनिक कार्यशैली पर नया सवाल खड़ा कर दिया है।

“मीटिंग चाय–समोसा खाने के लिए बुलाई जाती है क्या?”—भड़के भाटी

बैठक के दौरान जब विधायक भाटी ने अधिकारियों से जनसमस्याओं को लेकर सवाल किए, तो अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इससे नाराज होकर भाटी ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा—
“क्या यह बैठक चाय–समोसा खाने के लिए बुलाई जाती है? एमपी–एमएलए आए हैं, इसका कोई मतलब भी दिख रहा है?”
उनकी बात सुनकर कलेक्टर टीना डाबी और मौजूद अधिकारी भी असहज हो उठे।

सांसद बेनीवाल ने भी जताई कड़ी नाराजगी

इससे पहले सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल भी अधिकारियों की तैयारी पर भड़क चुके थे। माइनिंग अधिकारी से सवाल पूछे जाने पर जब सही जवाब नहीं मिला तो बेनीवाल ने कहा—
“अगर किसी को कुछ पता ही नहीं, तो इस मीटिंग का क्या मतलब? चाय–समोसा खाएं और चल दें—that’s it?”
बेनीवाल की टिप्पणी पर कलेक्टर टीना डाबी ने भी सहमति जताते हुए सिर हिलाया।

अधिकारियों की अनदेखी से कलेक्टर पर उठे सवाल

बैठक के दौरान सामने आई व्यवस्थात्मक खामियों ने कलेक्टर टीना डाबी की निगरानी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

  • माइनिंग अधिकारी ने अवैध खनन होने से outright इनकार कर दिया।
  • जबकि सांसद बेनीवाल ने कहा कि उनके पास अवैध खनन की शिकायतें मौजूद हैं।
  • अवैध खनन स्थल तक बनी सड़क के बारे में पूछे जाने पर PWD विभाग ने भी अनभिज्ञता जताई।

इन विरोधाभासी दावों के कारण जिले के प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

टीना डाबी की सक्रियता के बावजूद प्रशासनिक कमजोरी उजागर

राजस्थान की सबसे चर्चित और सक्रिय आईएएस अधिकारी मानी जाने वाली टीना डाबी भी इस बैठक में अधिकारियों की लापरवाही के कारण आलोचना के दायरे में आ गईं। सवाल उठ रहा है कि
“जब जिला कलेक्टर खुद बैठक में मौजूद थीं, तब अधिकारी इतनी नकारात्मक तैयारी के साथ कैसे पहुंचे?”

अगली कार्यवाही पर सबकी निगाहें

दिशा बैठक में लगातार उठे सवालों और नेताओं की नाराजगी के बाद अब यह देखना होगा कि जिला प्रशासन इन चूकों को दूर करने के लिए क्या कदम उठाता है। फिलहाल बैठक के वीडियो ने बाड़मेर प्रशासन में जवाबदेही और कार्यप्रणाली पर नई बहस शुरू कर दी है।

Leave a Reply