Wednesday, November 5

तेज प्रताप यादव को मिली बड़ी बहन मीसा भारती का आशीर्वाद, कहा– “निर्णय अब महुआ की जनता के हाथ में”

पटना/वैशाली: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जन शक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव को उनकी बड़ी बहन राजद सांसद मीसा भारती का खुला समर्थन मिला है।
मीसा भारती ने कहा कि तेज प्रताप पार्टी से निकाले जाने के बाद अपनी अलग राह पर हैं, लेकिन “वे मेरे छोटे भाई हैं, और एक बड़ी बहन होने के नाते मेरा आशीर्वाद और शुभकामनाएं हमेशा उनके साथ हैं।”

मीसा बोलीं – फैसला जनता करेगी

राजद नेता मीसा भारती ने कहा, “तेज प्रताप अब जन शक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और महुआ से चुनाव मैदान में हैं। वे अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं, जो पूरी तरह स्वाभाविक है। यह अब महुआ की जनता तय करेगी कि उन्हें क्या चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा कि “ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी पार्टी ने राघोपुर में भी उम्मीदवार उतारा है और तेज प्रताप वहां भी अपने प्रत्याशी के लिए समर्थन मांग रहे हैं। इसमें कोई असामान्य बात नहीं है, लोकतंत्र में हर किसी को अपनी राह चुनने का अधिकार है।”

रोजगार बनाम कट्टा की राजनीति पर तीखा वार

तेजस्वी यादव के पक्ष में बोलते हुए मीसा भारती ने बिहार की राजनीति पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा,
“एक तरफ तेजस्वी रोजगार और विकास की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग बिहार में ‘कट्टा संस्कृति’ को बढ़ावा दे रहे हैं। यही वजह है कि एनडीए के नेताओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे आम निहत्थे लोगों के खिलाफ हथियार उठा रहे हैं।”

दुलारचंद यादव हत्याकांड पर बोलीं – चुनाव आयोग के दबाव में कार्रवाई

जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव मर्डर केस में बाहुबली नेता अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर मीसा भारती ने कहा,
“ऐसा लगता है कि ये कार्रवाई बिहार सरकार की नहीं, बल्कि चुनाव आयोग के दबाव में हुई है। शायद आयोग को अब जाकर अपनी जिम्मेदारी का अहसास हुआ होगा, इसलिए रातों-रात यह गिरफ्तारी की गई।”

“रात के अंधेरे में गिरफ्तारी क्यों?” – मीसा का सवाल

मीसा भारती ने सवाल उठाया कि “पूरे दिन अनंत सिंह जनता से वोट मांगते रहे, ताकत दिखाते रहे, लेकिन जैसे ही रात हुई, उन्हें चुपचाप गिरफ्तार कर लिया गया। अगर सरकार में हिम्मत होती तो यह गिरफ्तारी दिन के उजाले में, जनता के सामने करती ताकि बाहुबलियों को भी शर्म महसूस होती।”

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जब एक आम आदमी गिरफ्तार होता है तो उसे हथकड़ी लगाई जाती है, घसीटा जाता है, लेकिन जब बाहुबली की बात आती है तो कानून का चेहरा ही बदल जाता है। यही बिहार की राजनीति का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है।”

(संपादकीय टिप्पणी)
बिहार चुनाव जैसे-जैसे निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ रहे हैं, लालू परिवार की अंदरूनी राजनीति भी दिलचस्प होती जा रही है। अब देखना यह है कि तेज प्रताप यादव को मिली मीसा भारती की यह राजनीतिक आशीर्वाद महुआ की जनता के फैसले पर कितना असर डालता है।

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