
पूर्णिया, बिहार।
पूर्णिया जिले के के.हाट थाना क्षेत्र की यूरोपियन कॉलोनी में मंगलवार सुबह एक सनसनीखेज मामला सामने आया। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी (पूर्व रालोसपा, अब RLM) से जुड़े नेता नवीन कुशवाहा, उनकी पत्नी और बेटी संदिग्ध हालात में मृत पाए गए। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई, वहीं राजनैतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
🔹 घर के अंदर तीन शव मिलने से हड़कंप
मृतकों की पहचान नवीन कुशवाहा (52 वर्ष), उनकी पत्नी कंचन माला सिंह (48 वर्ष) और बेटी तनु प्रिया (23 वर्ष) के रूप में हुई है।
नवीन कुशवाहा, जेडीयू नेता निरंजन कुशवाहा के बड़े भाई थे।
वे 2009 में बसपा से लोकसभा चुनाव और 2010 में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके थे।
मंगलवार की सुबह जब पड़ोसियों ने उनके घर का दरवाजा नहीं खुलते देखा, तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने अंदर तीनों को अचेत अवस्था में पाया। सभी को गंभीर हालत में लाइन बाजार स्थित गैलेक्सी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
🔹 राजनेताओं की उमड़ी भीड़, पप्पू यादव ने जताई आशंका
घटना की खबर फैलते ही अस्पताल में सांसद पप्पू यादव, मंत्री लेसी सिंह, सदर विधायक विजय खेमका, पूर्व मंत्री बीमा भारती और कई स्थानीय नेता पहुंच गए।
सांसद पप्पू यादव ने इस घटना पर सवाल उठाते हुए कहा —
“न गोली चली, न जहर मिला, न सुसाइड का कोई संकेत है। यह मौतें स्वाभाविक नहीं हैं। मामला बेहद संदिग्ध है और इसकी हाई-लेवल जांच होनी चाहिए।”
🔹 JDU नेता निरंजन कुशवाहा का दावा — “दुर्घटना थी, हत्या नहीं”
वहीं मृतक के छोटे भाई और जेडीयू नेता निरंजन कुशवाहा ने बताया कि यह कोई हत्या नहीं, बल्कि एक दुखद हादसा था।
उनके अनुसार,
“मेरी भतीजी तनु सीढ़ियों से गिर गई थी। उसे बचाने के लिए मेरे बड़े भाई नवीन भी पीछे दौड़े और गिर पड़े। यह देखकर भाभी कंचन माला बेहोश होकर गिर गईं। अस्पताल ले जाते समय तीनों की मौत हो गई।”
🔹 पुलिस ने कहा — “हर एंगल से जांच जारी”
सदर एसडीपीओ ज्योति शंकर, के.हाट थानाध्यक्ष उदय कुमार और फणीश्वरनाथ रेणु टीओपी प्रभारी राजनंदनी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने घर को सील कर जांच शुरू कर दी है।
तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि
“पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह सामने आ पाएगी। अभी हर एंगल से जांच जारी है।”
🔹 इलाके में फैली दहशत, कई सवाल बाकी
यूरोपियन कॉलोनी में इस रहस्यमयी मौत से स्थानीय लोग सदमे में हैं।
मौत का कारण चाहे दुर्घटना हो या कोई साजिश — दोनों ही परिस्थितियों में यह मामला बिहार की राजनीति और प्रशासन के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुका है।
📌 निष्कर्ष:
पूर्णिया में जेडीयू नेता के परिवार की एक साथ हुई तीन मौतों ने पूरे बिहार को झकझोर दिया है। पुलिस जांच में फिलहाल कोई ठोस सुराग नहीं मिला है, लेकिन सवाल यह बना हुआ है — क्या यह एक हादसा था या किसी गहरी साजिश का हिस्सा?