
मुंबई। ठाणे जिले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी और जबरन मराठी बोलवाने की घटनाओं को लेकर शिवसेना नेता संजय निरुपम ने पार्टी प्रमुख राज ठाकरे को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जैसा हाल बिहार में भोजपुरी गायकों ने RJD का किया, वैसा ही मुंबई में मनसे का भी होगा।
क्या हुआ ठाणे में?
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो के अनुसार, मनसे कार्यकर्ताओं ने शैलेंद्र यादव पर जबरन मराठी बोलने के लिए दबाव डाला। शैलेंद्र के मना करने पर बहस हो गई। इस बीच एक ऑटो चालक ने राज ठाकरे पर टिप्पणी कर दी, जिसके बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने आरोपी से जबरन माफी मंगवाई और उसे कान पकड़कर उठक-बैठक करवाई। पुलिस ने चितलसार थाने में मामला दर्ज कर शैलेंद्र को गिरफ्तार किया, जबकि एक अन्य आरोपी अभी फरार है।
हिंदी बनाम मराठी विवाद:
इस घटना ने हिंदी बनाम मराठी बहस को एक बार फिर से तूल दे दिया। महाराष्ट्र में मनसे कार्यकर्ता और नेता अक्सर उत्तर भारतीयों या अन्य प्रांत के लोगों को जबरन मराठी बोलवाने की कोशिश करते हैं। इससे स्थानीय निकाय चुनावों के बीच सामाजिक तनाव बढ़ रहा है।
संजय निरुपम का संदेश:
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने स्पष्ट किया कि मनसे के इस तरह के व्यवहार और गुंडागर्दी की सख्त राजनीतिक और कानूनी निंदा होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि बिहार विधानसभा चुनाव में जैसे RJD को जनता ने निपटाया, वैसे ही मुंबई में मनसे का भी हश्र होगा।
पृष्ठभूमि:
मुंबई और ठाणे में MNS की गतिविधियां अक्सर विवादों में रहती हैं। इससे पहले भी मीरा रोड की घटना में मनसे कार्यकर्ताओं ने सरेआम थप्पड़ मारने का मामला सामने आया था। इस तरह की घटनाएं हिंदी भाषी और स्थानीय मराठी भाषियों के बीच तनाव को और बढ़ाती हैं।
मुंबई की राजनीति में यह मामला भाषाई संघर्ष और स्थानीय राजनीतिक दबाव दोनों का प्रतीक बन गया है, और आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में इसे महत्वपूर्ण चुनौतियों में गिना जा रहा है।