
येरेवान/नई दिल्ली: दुबई एयरशो में तेजस लड़ाकू विमान हादसे ने भारत के लिए एक संभावित बड़े निर्यात सौदे को झटका दिया है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत तेजस जेट को मिस्र, आर्मेनिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों को बेचना चाहता था। इस बीच आर्मेनिया, भारत और HAL के साथ 1.2 अरब डॉलर में 12 विमान खरीदने की डील के अंतिम चरण में था।
हालांकि, दुबई एयरशो में हुए हादसे में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत हो गई, जिससे विमान की सुरक्षा और तकनीकी समीक्षा के पूरा होने तक आर्मेनिया ने बातचीत रोकने का फैसला किया है। इस बात की अभी तक भारत या आर्मेनिया की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पिछले महीने आर्मेनिया के रक्षा मंत्री ने मीडिया रिपोर्ट्स को निराधार बताया था और कहा था कि भारत और आर्मेनिया के बीच तेजस जेट पर कोई डील नहीं हुई है।
HAL का मानना है कि एयरशो हादसे से सौदे पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा। एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि एयरशो में ऐसे हादसे पहले भी होते रहे हैं और इससे जेट की क्षमता पर सीधे सवाल नहीं उठाया जा सकता। अमेरिकी एफ-35 और एफ-16 जैसे एडवांस फाइटर जेट भी हादसों का शिकार हो चुके हैं।
फिर भी, तेजस के संभावित ग्राहकों में विश्वास बनाए रखना अब भारत के लिए चुनौती बन सकता है।