
विरोधी दारा सिंह चौहान भी पहुंचे श्रद्धांजलि देने**
समाजवादी पार्टी के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से विधायक सुधाकर सिंह के निधन ने पूरे राजनीतिक गलियारे को झकझोर दिया है। लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर मिलते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव, वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव और कई दलों के नेता अस्पताल पहुंचे। इनके बीच एक मार्मिक दृश्य देखने को मिला, जब सुधाकर सिंह के छोटे बेटे सुजीत, अखिलेश यादव को देखते ही बिलखकर रो पड़े। अखिलेश ने उन्हें गले लगाकर ढांढस बंधाया।
विरोधी दारा सिंह चौहान भी पहुंचे, दुख में साथ दिखाई दिए
राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को पीछे छोड़ते हुए बीजेपी नेता दारा सिंह चौहान भी मेदांता अस्पताल पहुंचे। घोसी उपचुनाव में सुधाकर सिंह के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी रहे दारा सिंह चौहान ने इस दुख की घड़ी में परिवार को सांत्वना दी। यह दृश्य राजनीतिक मर्यादा और संवेदनशीलता की मिसाल बना।
मल्टी ऑर्गन फेलियर से हुआ निधन
सुधाकर सिंह पिछले कई दिनों से मेदांता अस्पताल में भर्ती थे।
- मल्टी ऑर्गन फेलियर के चलते उनका निधन हुआ
- वे समाजवादी पार्टी के कद्दावर और मेहनतकश नेताओं में गिने जाते थे
- उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि खबर मिलते ही विभिन्न दलों के नेता तत्काल अस्पताल पहुंच गए
घोसी उपचुनाव: सपा की प्रतिष्ठा बचाने वाले नेता
2023 के घोसी उपचुनाव में सुधाकर सिंह ने एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
- मुकाबला बेहद कांटे का था
- बीजेपी ने दारा सिंह चौहान को मैदान में उतारा था
- बीजेपी और एसबीएसपी प्रमुख ओपी राजभर ने पूरी ताकत झोंकी थी
इसके बावजूद सुधाकर सिंह ने 40 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की।
यह जीत अखिलेश यादव के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ा मामला मानी गई थी।
सुधाकर सिंह इस उपचुनाव में सपा के संकटमोचक साबित हुए।
शिवपाल यादव भी हुए भावुक
सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव भी अस्पताल पहुंचे और बेहद भावुक नजर आए। उन्होंने कहा—
“सुधाकर सिंह सिर्फ सपा के नेता नहीं, बल्कि एक जननेता थे। संघर्षशील, लोकप्रिय और जमीन से जुड़े हुए। उनकी कमी कभी पूरी नहीं होगी।”
बीजेपी नेताओं ने भी जताया शोक
प्रदेश के कई बीजेपी नेताओं ने भी सुधाकर सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा—
“सुधाकर सिंह जी का आकस्मिक निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।”
अंतिम विदाई की तैयारी, पूरे पूर्वांचल में शोक
सुधाकर सिंह के निधन से मऊ, घोसी और पूरे पूर्वांचल में शोक की लहर है।
लोगों ने उन्हें एक जननायक, संघर्षशील नेता और बेहद सरल व्यक्तित्व के रूप में याद किया।
आज अस्पताल में दिखा दृश्य—अखिलेश यादव का स्नेह, सुजीत का विलाप, और विपक्षी नेताओं की उपस्थिति—यह बताने के लिए काफी है कि सुधाकर सिंह की लोकप्रियता राजनीति से कहीं ऊपर थी।
जिन्होंने सपा की प्रतिष्ठा बचाई, जिन्होंने जनसेवा को प्राथमिकता दी… उन्हें आज पूरा यूपी नम आंखों से याद कर रहा है।