
सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत जिले में रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। गोहाना-सोनीपत रोड पर खेड़ी दमकन बाईपास के पास गांव बड़ौता के निकट पराली से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली और ईको गाड़ी की आमने-सामने टक्कर में पति-पत्नी और उनकी मासूम बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों की पहचान गांव बिधल निवासी अशोक, उनकी पत्नी आशु और तीन वर्षीय बेटी चेष्टा के रूप में हुई है। हादसे की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
भिवानी से लौटते वक्त हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, परिवार भिवानी में आयोजित एक सत्संग कार्यक्रम में शामिल होकर अपने गांव लौट रहा था। रात के समय उनकी ईको कार जब खेड़ी दमकन बाईपास पर पहुंची, तभी सामने से आ रही पराली से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने अचानक साइड दबा दी, जिससे दोनों वाहनों में जोरदार टक्कर हो गई।
ईको गाड़ी में आगे अशोक, उनकी पत्नी और बेटी बैठे थे, जबकि पीछे की सीट पर गांव की सरिता, उसकी बेटी सृष्टि और युवक वीरेंद्र सवार थे, जिन्होंने रास्ते में लिफ्ट ली थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि गाड़ी का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया और आगे बैठे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
घायलों का इलाज जारी, चालक फरार
पीछे बैठे सरिता, सृष्टि और वीरेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को खानपुर महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण ट्रैक्टर चालक की लापरवाही और पराली से भरी ट्रॉली से दृश्यता प्रभावित होना पाया गया है। फिलहाल आरोपी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश जारी है।
ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि रात के समय पराली और ओवरलोड ट्रॉलियों की आवाजाही पर कड़ा नियंत्रण लगाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।