
ब्यावरा सिविल अस्पताल में दुर्लभ प्रसव का मामला, मां स्वस्थ — बेटियों को हाई सेंटर किया गया रेफर
राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा सिविल अस्पताल में रविवार रात एक अनोखा लेकिन भावनाओं से भरा मामला सामने आया। छतरी गांव की 23 वर्षीय पूजा सौंधिया ने एक साथ तीन बच्चियों को जन्म दिया। यह उसका पहला प्रसव था। जहां परिवार में तीन बेटियों के जन्म की खबर से खुशी की लहर दौड़ गई, वहीं थोड़ी देर बाद एक बच्ची की मौत से खुशियों का माहौल मातम में बदल गया।
तीन बच्चियों का जन्म — एक की मौत, दो गंभीर
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, पूजा को रविवार शाम प्रसव पीड़ा के चलते सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रात 10:16 बजे पहली बच्ची (1500 ग्राम), 11:40 बजे दूसरी बच्ची (1700 ग्राम) और 12:09 बजे तीसरी बच्ची (1600 ग्राम) का जन्म हुआ। सभी का वजन सामान्य से काफी कम था। डॉक्टरों ने तुरंत नवजातों को विशेष देखभाल इकाई में भर्ती किया, लेकिन एक बच्ची ने कुछ ही घंटों में दम तोड़ दिया।
मां पूरी तरह स्वस्थ, बाकी दो बेटियां निगरानी में
अस्पताल की मेटरनिटी इंचार्ज मनीषा चौहान ने बताया कि इस तरह के ट्रिपल डिलीवरी के मामले बहुत दुर्लभ होते हैं। पूजा की तबीयत फिलहाल स्थिर है। बाकी दो बच्चियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए हाई सेंटर रेफर किया गया है, जहां उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
खुशी से मातम में बदला माहौल
तीन बेटियों के जन्म से पूजा के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई थी। रिश्तेदार और ग्रामीण अस्पताल पहुंचकर परिवार को बधाई दे रहे थे। लेकिन जैसे ही एक बच्ची की मौत की खबर आई, माहौल गमगीन हो गया। परिजन रो-रोकर बेहाल हैं और बाकी दो बच्चियों की सलामती की दुआएं कर रहे हैं।
डॉक्टरों की सलाह — नियमित जांच और पोषण जरूरी
डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मामलों में मां और नवजातों की विशेष देखभाल जरूरी होती है। गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार, समय-समय पर जांच और विशेषज्ञ की सलाह से कई जटिलताओं से बचा जा सकता है।
राजगढ़ जिले के इस मामले ने एक बार फिर यह याद दिला दिया कि मां बनने की प्रक्रिया जितनी पवित्र है, उतनी ही संवेदनशील भी। पूजा की कोख से जन्मीं नन्ही परियां जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही हैं — और पूरा परिवार अब सिर्फ एक दुआ कर रहा है, “बाकी दो बेटियां सुरक्षित रहें।”