Monday, November 3

दूल्हे ने लौटाया 5 लाख रुपये का दहेज, कहा—“शादी पवित्र बंधन है, सौदा नहीं”

सहारनपुर। आज जब शादियां दिखावे और खर्चे की प्रतिस्पर्धा बन चुकी हैं, वहीं सहारनपुर के एक दूल्हे ने समाज के सामने एक प्रेरणादायक उदाहरण पेश किया है। गांव खुडाना निवासी उत्कर्ष पुंडीर ने टाबर गांव में अपनी शादी के दौरान पांच लाख रुपये का दहेज लौटा दिया और कहा कि वह केवल एक नारियल और एक रुपये के शगुन से ही विवाह करेंगे।

जैसे ही उत्कर्ष ने मंच से यह घोषणा की, पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। दुल्हन पक्ष और गांव के लोग इस अद्भुत क्षण के साक्षी बने। दुल्हन के पिता की आंखें गर्व और भावनाओं से छलक उठीं।

दुल्हन अंजना चौहान के पिता ने बताया कि उन्होंने शगुन के रूप में पांच लाख रुपये देने की परंपरा निभाई थी, लेकिन दूल्हे उत्कर्ष ने बड़ी विनम्रता से वह रकम लौटा दी और कहा—

“शादी दो आत्माओं का पवित्र मिलन है, इसे लेन-देन का सौदा नहीं बनाना चाहिए।”

गांव के बुजुर्ग रामपाल चौहान ने कहा, “अपने जीवन में कई बारातें देखीं, पर ऐसा दूल्हा पहली बार देखा जो पांच लाख रुपये ठुकराकर समाज को नई सोच दे गया।”

दुल्हन के परिजनों ने भी उत्कर्ष और उनके परिवार की इस सोच की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे युवाओं से उम्मीद है कि समाज में दहेज प्रथा जैसी बुराइयों का अंत एक दिन जरूर होगा।

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