
पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की 202 सीटों की बंपर जीत के बाद, असम के स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है। मंत्री ने बिहार चुनाव के नतीजों के बीच गोभी के खेत की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “बिहार अप्रूव गोभी फार्मिंग।” इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया और विपक्षी दलों में विवाद बढ़ गया है, क्योंकि इसे भागलपुर दंगों से जोड़कर देखा जा रहा है।
अशोक सिंघल के पोस्ट पर प्रतिक्रियाएँ
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस पोस्ट को सांप्रदायिक हिंसा का संकेत मानते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा,
“हम किस देश में जी रहे हैं! सत्ता पक्ष का मंत्री खुलेआम हिंसा का समर्थन कर रहा है।”
वहीं कुछ लोगों ने इसे कृषि और चुनावी सफलता से जोड़कर देखा। एक यूजर ने कहा,
“मंत्री अशोक सिंघल उस योजना का जिक्र कर रहे हैं, जिसने गोभी उत्पादकों की आय बढ़ाई और एनडीए को लाभ पहुंचाया।”
कांग्रेस ने कसा तंज
असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने इस पोस्ट पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा,
“‘गोभी फार्मिंग’ जैसे इमेज का राजनीतिक संवाद में उपयोग शर्मनाक है। यह 1989 के भागलपुर हिंसा की याद दिलाता है, जहां 116 मुसलमानों को मारकर खेत में गाड़ दिया गया था और ऊपर से गोभी बो दी गई थी।”
गोगोई ने इसे राज्य में अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत फैलाने वाली मानसिकता का संकेत बताया और इसे राज्य सरकार की नीतियों से जोड़ा।
भागलपुर दंगा और गोभी कनेक्शन
1989 में भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों में हुए सांप्रदायिक दंगों में 1000 से अधिक लोग मारे गए थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, कई मृतकों की लाशों को तालाब में फेंका गया और कुछ को खेत में दफन कर ऊपर से गोभी की खेती कर दी गई।
लोगाई गांव इस घटना का सबसे दर्दनाक प्रतीक रहा, जहां 116 मुसलमानों को मारकर खेत में दफन किया गया और बाद में खुदाई में कंकाल बरामद हुए थे। यह पूरी घटना देशभर में चर्चा का विषय बनी थी।
अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
वहीं इस विवाद के बीच, अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर कई बड़े नेताओं ने उन्हें याद किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा कि सिंघल ने धर्म, राष्ट्र और संस्कृति के लिए अपना जीवन समर्पित किया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उनके योगदान की सराहना की और इसे सनातन संस्कृति और राष्ट्ररक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक बताया।
जल्दी पूरी खबर समझ सकें।