
नरसिंहपुर (NBT NEWS DESK)। कहते हैं, अगर इरादा पक्का हो और साथ देने वाला सही हो तो मंजिल अपने आप सामने आ जाती है। मध्य प्रदेश की दिव्या झरिया और उनके बॉयफ्रेंड (अब पति) आदित्य तिवारी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। दोनों ने न केवल जीवन में साथ निभाया, बल्कि सिविल सर्विस की तैयारी में भी एक-दूसरे का हाथ थामा। इंजीनियरिंग के बाद दिव्या ने दो बार MPPCS परीक्षा क्रैक की और अब DSP (Deputy Superintendent of Police) बन चुकी हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बाद सरकारी नौकरी की राह:
नरसिंहपुर जिले की दिव्या झरिया ने स्कूल की पढ़ाई यहीं पूरी की और पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहीं। 12वीं के बाद उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग चुनी और बाद में एक कंपनी में नौकरी भी की। हालांकि, उन्हें गवर्नमेंट जॉब की ओर रुझान मिला और उन्होंने MPPCS परीक्षा की तैयारी शुरू की।
पहले प्रयास में मिली चुनौती, लेकिन हिम्मत नहीं हारी:
2018 में दिव्या ने पहली बार MPPCS परीक्षा दी। प्रीलिम्स पास करने के बावजूद घर की परिस्थितियों के कारण मेंस एग्जाम में शामिल नहीं हो पाईं। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी कमियों को समझकर अगली बार और बेहतर तैयारी की।
कड़ी मेहनत का फल – कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर बनीं:
2020 में दिव्या ने MPPSC परीक्षा में सफलता पाई और कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर के पद पर सेलेक्ट हुईं। यह उनके DSP बनने के सफर का पहला मजबूत कदम साबित हुआ।
साथी ने बनाया ताकत का स्त्रोत:
दिव्या की तैयारी में उनके बॉयफ्रेंड आदित्य तिवारी का साथ सबसे बड़ा सहारा रहा। आदित्य ने टाइम टेबल बनाने में मदद की और पढ़ाई के दौरान लगातार मोटिवेट किया। 2019 के MPPSC परिणाम में दिव्या का नाम DSP के पद पर सामने आया, और इस सफलता ने उन्हें सिविल सर्विस में ऊंचाई तक पहुँचाया।
दिव्या का संदेश:
दिव्या झरिया का कहना है कि तैयारी के लिए सही दिशा और स्ट्रैटेजी जरूरी है। कोचिंग न भी हो, सही सामग्री और निरंतर अभ्यास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी कहानी आज अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है।