Friday, November 14

बाल दिवस 2025: बच्चों की मुस्कान से रोशन होता हर आंगन

नई दिल्ली। हर वर्ष 14 नवंबर को पूरे देश में बाल दिवस मनाया जाता है। यह दिन बच्चों के लिए खास होता है क्योंकि इसे भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। नेहरू जी को बच्चों से बहुत स्नेह था और वे हमेशा चाहते थे कि हर बच्चा पढ़ा-लिखा, खुशहाल और स्वतंत्र जीवन जिए। इस दिन स्कूलों और कॉलेजों में भाषण, निबंध, खेल-कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम और चित्रकला के आयोजन होते हैं।

बाल दिवस का महत्व

बाल दिवस हमें यह याद दिलाता है कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उनकी मुस्कान, उनकी मासूमियत और उनकी खुशियाँ ही समाज की असली सुंदरता हैं। बच्चों को सही शिक्षा, प्यार, मार्गदर्शन और समान अवसर देना हर नागरिक का कर्तव्य है।

बाल दिवस पर संदेश और शुभकामनाएं

  • “बच्चों की हंसी में छिपे हैं सपने और उम्मीदें, उन्हें खिलने दें।”
  • “हर बच्चा सीखता है, जब उसे समझा जाए, और चमकता है, जब उसे सराहा जाए।”
  • “बच्चों को अपने सपनों को पहचानने की आजादी दें, दुनिया उनकी आँखों से और सुंदर लगेगी।”

बाल दिवस पर भाषण का संदेश

सभी को सुप्रभात। आज हम बाल दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह दिन बच्चों की खुशियों, उनके अधिकारों और उनके उज्जवल भविष्य को समर्पित है। पंडित नेहरू जी ने हमेशा कहा कि बच्चों को शिक्षा और स्वतंत्रता मिले, क्योंकि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। हमें उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए, उनका मार्गदर्शन करना चाहिए और उनकी खुशियों का ध्यान रखना चाहिए।

बाल दिवस पर प्रेरक शायरी

  • बच्चों की मुस्कान में बसता है सारा जहां,
    उनकी हंसी से खिलता है हर आसमां।
    भगवान का रूप हैं ये नन्हें से फूल,
    इन्हीं से तो दुनिया है और कूल।
  • बच्चे मन के सच्चे, बच्चे देश के तारे,
    बच्चों से ही रोशन, ये परिवार हमारे।

निष्कर्ष

बाल दिवस केवल एक दिन नहीं, बल्कि यह हमें बच्चों के प्रति जिम्मेदारी और समाज में उनकी अहमियत का स्मरण कराता है। इस अवसर पर हम सभी बच्चों को खुशियाँ, प्यार और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं।

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