
बार-बार प्रयासों के बावजूद जब प्रेग्नेंसी टेस्ट निगेटिव आता है, तो समाज में सबसे पहले सवाल महिला की सेहत पर उठते हैं। लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि यह सोच अधूरी ही नहीं, बल्कि गलत भी है। गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. मनीषा गुप्ता के अनुसार, प्रेग्नेंसी न ठहरने के कई मामलों में असल वजह पुरुष इनफर्टिलिटी होती है, जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।
डॉ. गुप्ता बताती हैं कि अपने लंबे अनुभव में उन्होंने कई ऐसे दंपतियों को देखा है, जहां जांच कराने पर समस्या महिला में नहीं, बल्कि पुरुष में पाई गई। इनमें सबसे आम कारण अबनॉर्मल सीमेन रिपोर्ट यानी शुक्राणुओं की संख्या, गति या गुणवत्ता से जुड़ी गड़बड़ी होती है।
‘किसी को मत बताइए’ — सामाजिक डर की सच्चाई
डॉक्टर के अनुसार, कई पुरुष जांच के बाद उनसे यह अनुरोध करते हैं— “मैडम, किसी को मत बताना।” इसकी वजह है समाज में फैला गहरा सोशल स्टिग्मा। पुरुषों को डर रहता है कि अगर रिपोर्ट में कमी निकल आई, तो पूरा दोष उन्हीं पर डाल दिया जाएगा। यही डर उन्हें जांच कराने से भी रोक देता है।
जांच से भागना समस्या को बढ़ाता है
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेग्नेंसी न ठहरने की स्थिति में केवल महिला की जांच कराना पर्याप्त नहीं है। महिला और पुरुष—दोनों की जांच समान रूप से जरूरी है। समय रहते सही कारण पता चल जाए, तो इलाज की संभावनाएं भी कहीं अधिक बढ़ जाती हैं।
बदलती जीवनशैली से बढ़ रही मेल इनफर्टिलिटी
डॉ. गुप्ता बताती हैं कि आज के समय में मेल इनफर्टिलिटी कोई दुर्लभ समस्या नहीं रही। तनाव, गलत खानपान, धूम्रपान, शराब, नींद की कमी और बैठी-बैठी जीवनशैली के कारण पुरुषों में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। कई मामलों में यह महिलाओं की तुलना में अधिक देखने को मिल रही है।
स्टिग्मा नहीं, जागरूकता जरूरी
विशेषज्ञों का साफ कहना है कि इनफर्टिलिटी कोई शर्म की बात नहीं, बल्कि एक कॉमन मेडिकल कंडीशन है। जरूरत है खुलकर बात करने की, समय पर जांच कराने की और दोषारोपण के बजाय समाधान पर ध्यान देने की।
अगर प्रेग्नेंसी में परेशानी आ रही है, तो चुप्पी और डर नहीं, बल्कि सही जानकारी और जांच ही समाधान का रास्ता है। पुरुषों को भी आगे आकर जिम्मेदारी समझनी होगी, तभी माता-पिता बनने का सपना साकार हो सकेगा।
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट डॉक्टर के अनुभव और सार्वजनिक रूप से साझा की गई जानकारी पर आधारित है। किसी भी चिकित्सा निर्णय से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।