
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना आतंकी संगठन अलकायदा से किए जाने पर राजनीतिक विवाद गरमा गया है। संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने इसे कांग्रेस की बौद्धिक और मानसिक दिवालियापन बताया।
संघ का पलटवार
इंद्रेश कुमार ने कहा, “जब कोई पार्टी लगातार चुनाव हारती है, तो उसकी हताशा साफ दिखाई देती है। टैगोर का बयान इसी हताशा का परिणाम है और यह कांग्रेस पार्टी की बौद्धिक और मानसिक दिवालियापन को दिखाता है।”
उन्होंने आगे कहा कि कई नेताओं ने आरएसएस के अनुशासन, देशभक्ति और राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना की है, जिससे कांग्रेस पार्टी के भीतर उथल-पुथल मची है।
संघ के कार्य और शताब्दी वर्ष
इंद्रेश कुमार ने बताया कि आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों के माध्यम से महान भारत के निर्माण के लिए काम कर रहा है। संघ छुआछूत, प्रदूषण, धार्मिक कट्टरता और जबरन धर्मांतरण से मुक्त समाज बनाने की दिशा में प्रयासरत है। संघ चाहती है कि लोग कानून और नियमों का पालन करें।
क्या कहा मणिकम टैगोर ने?
मणिकम टैगोर ने कहा कि संघ नफरत फैलाने वाला संगठन है और अलकायदा की तरह संगठित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि संघ से सीखने जैसा कुछ भी नहीं है। उनका यह बयान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के उस पोस्ट के बाद आया, जिसमें उन्होंने संघ, बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की थी।
दिग्विजय सिंह का रुख
दिग्विजय सिंह ने पोस्ट में लिखा कि संघ और बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से देश और प्रदेश में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हालांकि आलोचना आने पर उन्होंने कहा कि वे विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं और यह जारी रहेगा।
इस बयानबाजी के बाद कांग्रेस और संघ के बीच राजनीतिक बहस और तेज होने की संभावना है।