Monday, December 29

न्यू ईयर पर रणथंभौर में सैलानियों का सैलाब इसी बीच इलाके को लेकर दो बाघिनों में भिड़ंत, मां-बेटी दोनों घायल

 

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नए साल के जश्न के बीच रणथंभौर टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। देश-विदेश से आए सैलानियों के कारण रिजर्व के होटल, लॉज और गेस्ट हाउस पूरी तरह भरे हुए हैं। इसी उत्सवपूर्ण माहौल के बीच जंगल से एक चिंताजनक खबर सामने आई है। रणथंभौर में बाघिन टी-124 ‘रिद्धी’ और उसकी बेटी के बीच टेरिटोरियल फाइट हुई है, जिसमें दोनों बाघिन घायल हो गई हैं।

 

वन विभाग के अनुसार, यह संघर्ष लेक एरिया (क्षेत्र संख्या 2504) में वर्चस्व को लेकर हुआ। जंगल में क्षेत्रीय अधिकार को लेकर होने वाली इस स्वाभाविक लेकिन आक्रामक भिड़ंत में बाघिन रिद्धी के पैर में चोट आई है, जिससे वह लंगड़ाकर चलती दिखाई दे रही है। वहीं उसकी बेटी के कान पर गहरा जख्म होने की जानकारी सामने आई है।

 

घटना के बाद वन विभाग सतर्क

 

बाघिनों के बीच संघर्ष की सूचना मिलते ही वन विभाग अलर्ट हो गया। आरओपीटी अश्विनी प्रताप सिंह और रणथंभौर टाइगर रिजर्व के वेटरनरी ऑफिसर डॉ. सीपी मीणा रविवार शाम जोन नंबर-3 पहुंचे और मौके पर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद दोनों बाघिनों की लगातार निगरानी शुरू कर दी गई है।

 

फोटोग्राफ और फील्ड ऑब्जर्वेशन से हो रहा आकलन

 

वन विभाग द्वारा फोटोग्राफ और प्रत्यक्ष फील्ड ऑब्जर्वेशन के आधार पर यह आकलन किया जा रहा है कि दोनों बाघिनों की चोटें कितनी गंभीर हैं। अधिकारियों के अनुसार, स्थिति की समीक्षा के बाद उच्च स्तर से निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

 

पहले भी हो चुका है टकराव

 

जानकारी के अनुसार, बीते कुछ समय से बाघिन रिद्धी की बेटी अपने इलाके का विस्तार करने और वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रही है। इसी कारण मां और बेटी के बीच पहले भी तनाव और टकराव की स्थिति बनती रही है। जंगल के नियमों के तहत इस तरह की क्षेत्रीय लड़ाइयां सामान्य मानी जाती हैं, लेकिन वन विभाग किसी भी बड़े नुकसान को रोकने के लिए पूरी सतर्कता बरत रहा है।

 

न्यू ईयर पर जहां रणथंभौर सैलानियों से गुलजार है, वहीं यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि जंगल में प्रकृति अपने नियमों से चलती है, और उसकी सुरक्षा व संतुलन बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

 


 

अगर चाहें तो मैं इसे

 

फ्रंट पेज लीड,

पर्यटन + वन्यजीव विश्लेषण स्टोरी, या

संक्षिप्त अपडेट बॉक्स के साथ भी तैयार कर सकता हूँ। न्यू ईयर पर रणथंभौर में सैलानियों का सैलाब

 

 

नए साल के जश्न के बीच रणथंभौर टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। देश-विदेश से आए सैलानियों के कारण रिजर्व के होटल, लॉज और गेस्ट हाउस पूरी तरह भरे हुए हैं। इसी उत्सवपूर्ण माहौल के बीच जंगल से एक चिंताजनक खबर सामने आई है। रणथंभौर में बाघिन टी-124 ‘रिद्धी’ और उसकी बेटी के बीच टेरिटोरियल फाइट हुई है, जिसमें दोनों बाघिन घायल हो गई हैं।

 

वन विभाग के अनुसार, यह संघर्ष लेक एरिया (क्षेत्र संख्या 2504) में वर्चस्व को लेकर हुआ। जंगल में क्षेत्रीय अधिकार को लेकर होने वाली इस स्वाभाविक लेकिन आक्रामक भिड़ंत में बाघिन रिद्धी के पैर में चोट आई है, जिससे वह लंगड़ाकर चलती दिखाई दे रही है। वहीं उसकी बेटी के कान पर गहरा जख्म होने की जानकारी सामने आई है।

 

घटना के बाद वन विभाग सतर्क

 

बाघिनों के बीच संघर्ष की सूचना मिलते ही वन विभाग अलर्ट हो गया। आरओपीटी अश्विनी प्रताप सिंह और रणथंभौर टाइगर रिजर्व के वेटरनरी ऑफिसर डॉ. सीपी मीणा रविवार शाम जोन नंबर-3 पहुंचे और मौके पर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद दोनों बाघिनों की लगातार निगरानी शुरू कर दी गई है।

 

फोटोग्राफ और फील्ड ऑब्जर्वेशन से हो रहा आकलन

 

वन विभाग द्वारा फोटोग्राफ और प्रत्यक्ष फील्ड ऑब्जर्वेशन के आधार पर यह आकलन किया जा रहा है कि दोनों बाघिनों की चोटें कितनी गंभीर हैं। अधिकारियों के अनुसार, स्थिति की समीक्षा के बाद उच्च स्तर से निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

 

पहले भी हो चुका है टकराव

 

जानकारी के अनुसार, बीते कुछ समय से बाघिन रिद्धी की बेटी अपने इलाके का विस्तार करने और वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रही है। इसी कारण मां और बेटी के बीच पहले भी तनाव और टकराव की स्थिति बनती रही है। जंगल के नियमों के तहत इस तरह की क्षेत्रीय लड़ाइयां सामान्य मानी जाती हैं, लेकिन वन विभाग किसी भी बड़े नुकसान को रोकने के लिए पूरी सतर्कता बरत रहा है।

 

न्यू ईयर पर जहां रणथंभौर सैलानियों से गुलजार है, वहीं यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि जंगल में प्रकृति अपने नियमों से चलती है, और उसकी सुरक्षा व संतुलन बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

 

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