
नई दिल्ली: उन्नाव रेप केस में पूर्व बीजेपी नेता कुलदीप सिंह सेंगर को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। इस फैसले ने पीड़िता और उसके परिवार को गहरे आघात पहुँचाया है।
सर्वाइवर ने कहा, “सेंगर को मिली राहत हमारे लिए काल की तरह है। अगर मेरी शादी नहीं हुई होती और मेरे बच्चे नहीं होते तो मैं आत्महत्या कर लेती। अब मैं सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले को चुनौती दूँगी।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि सेंगर को जेल से रिहा किया गया, तो अपनी सुरक्षा के लिए खुद जेल जाने को तैयार हैं, क्योंकि कम से कम वहां उन्हें सुरक्षित रहना संभव होगा।
सर्वाइवर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मिलने की इच्छा भी जताई, ताकि उन्हें न्याय में हुई इस पीड़ा को सीधे पहुंचाया जा सके। उनका परिवार पहले ही सुरक्षा के बिना छोड़ दिया गया है, जिससे उनका डर और बढ़ गया है। उनकी मां ने कहा, “हमें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है और उम्मीद है कि वहां से हमें न्याय मिलेगा।” बहन ने बताया कि उनके चाचा को अब भी धमकियाँ मिल रही हैं और उनके पिता की मौत के बावजूद परिवार को ऐसे हालात का सामना करना पड़ रहा है।
महिला अधिकार कार्यकर्ता योगिता भवाना ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में बताया कि सर्वाइवर को वकील से मिलने के लिए जब घर से निकलना पड़ा, तो CRPF के जवान उन्हें रोक रहे थे। काफी हंगामा और धक्का-मुक्की के बाद ही उन्हें वकील से मिलने की अनुमति मिली। इस दौरान उन्हें चोट भी आई। भवाना ने मंगलवार रात इंडिया गेट पर पीड़िता की मां के साथ प्रदर्शन भी किया।
2012 के निर्भया केस की सर्वाइवर की मां आशा देवी ने भी पीड़िता का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “उम्रकैद पाए अपराधी को जमानत देना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे समाज में गलत संदेश जाएगा और अपराधियों का हौसला बढ़ेगा। न्याय व्यवस्था पर लोगों का भरोसा कमजोर होगा।”