
मुंबई। बजरंग दल कार्यकर्ताओं के साथ कथित दुर्व्यवहार के मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। ओशिवारा पुलिस स्टेशन के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि पांच अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। यह कार्रवाई बजरंग दल के जिला संयोजक शंकर उर्फ रुशव जाधव की शिकायत पर की गई है।
🔹 शिकायत लेकर पहुंचे थे बजरंग दल कार्यकर्ता
घटना उस समय की है जब बजरंग दल के संयोजक शंकर जाधव अपने 15 से 20 कार्यकर्ताओं के साथ जोगेश्वरी की एक महिला से दुर्व्यवहार की शिकायत लेकर ओशिवारा पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि शिकायत पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि आरोप है कि इसके बाद भी कुछ पुलिसकर्मियों ने कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार और अभद्र व्यवहार किया। बताया जा रहा है कि जब कार्यकर्ता थाने के प्रवेश द्वार और अंदर खड़े थे, तभी पांच पुलिसकर्मियों ने उन पर चिल्लाया और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया।
🔹 सस्पेंशन और जांच के आदेश
मुंबई पुलिस के आदेश में कहा गया है कि पुलिसकर्मियों के इस व्यवहार से पुलिस बल की छवि को धक्का पहुंचा है। इस मामले में ओशिवारा पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर रमेश केंगर, गणेश गायके, बाबू तोत्रे, दीपक बर्वे और अजीम जरी के खिलाफ जांच शुरू की गई है।
जोनल डीसीपी ने आदेश दिया है कि सात दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट डीसीपी जोन IX कार्यालय में प्रस्तुत की जाए। वहीं, जांच पूरी होने तक पांच में से दो अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
🔹 पुलिस विभाग में मचा हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद मुंबई पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि किसी भी सूरत में आम नागरिकों या सामाजिक संगठनों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।