
चित्तौड़गढ़: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित श्री सांवलियाजी मंदिर एक बार फिर सुर्खियों में है। दिसंबर माह की गणना में केवल दो दिनों में ₹16.83 करोड़ से अधिक की नकदी सामने आई है। यह आंकड़ा अभी अंतिम नहीं है, क्योंकि सिक्कों, सोने-चांदी, ऑनलाइन दान और मनी ऑर्डर की गिनती अभी बाकी है।
मंदिर प्रशासन के अनुसार, 18 दिसंबर को अमावस्या से एक दिन पहले हुई गणना में पहले दिन ही ₹12.10 करोड़ की नकदी निकलकर सामने आई, जो मासिक गिनती के पहले दिन का रिकॉर्ड माना जा रहा है। दूसरे दिन ₹4.73 करोड़ की राशि गिनी गई।
गणना का पूरा कार्य राजभोग आरती के बाद सुबह से शाम तक चलता रहा। कर्मचारियों और अधिकारियों की टीम ने पूरे दिन मेहनत के साथ नोटों की गिनती की। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच यह प्रक्रिया सत्संग हॉल में सम्पन्न हुई।
सिर्फ नकदी ही नहीं, मंदिर के भंडार और भेंट कक्ष से मिले सोने और चांदी के आभूषणों का वजन और गिनती अभी बाकी है। मंदिर प्रशासन का कहना है कि अंतिम आंकड़े में ये राशि भी शामिल होगी, जिससे कुल चढ़ावे का आंकड़ा और भी अधिक चौंकाने वाला हो सकता है।
भक्तों की मान्यता है कि सांवलिया सेठ के दरबार में दिया गया दान दोगुना होकर लौटता है। यही अटूट विश्वास हर महीने करोड़ों की राशि आने का प्रमुख कारण माना जाता है। मेवाड़ का यह कृष्णधाम अब देश के उन चुनिंदा मंदिरों में शामिल हो चुका है, जहां भंडार खुलते ही करोड़ों रुपए सहज ही सामने आ जाते हैं।
मंदिर भंडार की गिनती मंदिर मंडल अध्यक्ष हजारीदास वैष्णव और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं एडीएम प्रशासन प्रभा गौतम की मौजूदगी में की गई। मंदिर मंडल के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।