Friday, November 7

खैरागढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता: 17 लाख की इनामी महिला नक्सली कमला ने किया सरेंडर, कई राज किए उजागर

खैरागढ़ (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। 17 लाख रुपये की इनामी हार्डकोर महिला नक्सली कमला सोड़ी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। नक्सली कमला ने 12 घंटे पैदल यात्रा कर सरेंडर किया और इस दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी पुलिस को दीं।

सरेंडर और सक्रिय भूमिका

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कमला सोड़ी सुकमा जिले के अरलमपल्ली गांव की रहने वाली हैं और 2011 से माओवादी संगठन से जुड़ी थीं। उन्होंने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र (गोंदिया) और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में करीब 14 साल तक सक्रिय रूप से नक्सली गतिविधियों में हिस्सा लिया।
कमला नक्सली संगठन की एमएमसी जोन की प्रमुख सदस्य रही हैं और नक्सली भर्ती, प्रचार और पुलिस पर हमलों की योजना में शामिल रही हैं। उनके खिलाफ छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र पुलिस ने कुल 17 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

मुख्यधारा में लौटने पर मिली सुविधाएं

छत्तीसगढ़ सरकार की ‘नक्सलवाद उन्मूलन नीति 2025’ के तहत कमला को सरेंडर करते ही 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई। इसके अलावा पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधाएं भी प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

पुलिस को मिली अहम जानकारी

प्रेस कांफ्रेंस में राजनांदगांव के आईजी अभिषेक शांडिल्य ने बताया कि कमला ने खैरागढ़ पहुंचकर आत्मसमर्पण किया और पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण नक्सली जानकारियां पुलिस को दीं। सुरक्षा कारणों से फिलहाल इन जानकारियों का खुलासा नहीं किया गया है।

विशेषज्ञों की राय

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे सरेंडर नक्सली उन्मूलन अभियान की सफलता का प्रमाण हैं और यह स्थानीय सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने में मददगार होंगे।

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