
लखनऊ। जहरीले कोडीनयुक्त कफ सिरप की तस्करी और अवैध कारोबार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को देशभर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर, सहारनपुर समेत देश के करीब 25 स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर काले कारोबार में शामिल नेटवर्क की परतें उधेड़ी जा रही हैं।
सुबह 7 बजे शुरू हुई बड़ी छापेमारी
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह 7 बजे ED की कई टीमें अलग-अलग राज्यों में सक्रिय हो गईं। छापेमारी जिन प्रमुख जगहों पर की गई, उनमें शामिल हैं—
- लखनऊ
- वाराणसी
- जौनपुर
- सहारनपुर
- रांची
- अहमदाबाद
लखनऊ में ED की टीम ने सुल्तानपुर रोड स्थित आलोक सिंह की आलीशान कोठी पर छापा मारा। आलोक सिंह STF से बर्खास्त सिपाही है और पूर्व सांसद धनंजय सिंह का करीबी माना जाता है। घर का गेट खुलवाने में टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अंदर मौजूद परिवार की महिलाओं की उपस्थिति में अधिकारियों ने पूरे घर की तलाशी ली और दस्तावेज, मोबाइल और कई अहम फाइलें कब्जे में लीं।
धनंजय सिंह के बयान के बाद तेज हुई कार्रवाई
गुरुवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने आलोक सिंह को बचपन से जानने की बात कही थी और इस मामले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की आलोचना भी की थी। इसी बयान के अगले ही दिन ED ने आलोक सिंह से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी कर दी।
लखनऊ में एलडीए कॉलोनी, ट्रांसपोर्ट नगर और सरोजिनी नगर क्षेत्रों में भी छापेमारी की गई।
देश से लेकर नेपाल–बांग्लादेश तक फैला था कफ सिरप का काला कारोबार
जांच में सामने आया है कि कोडीनयुक्त कफ सिरप का अवैध नेटवर्क सिर्फ भारत तक सीमित नहीं था। यह तस्करी—
- नेपाल,
- बांग्लादेश,
- और अन्य पड़ोसी देशों
तक फैली हुई थी। इसी कारण मामले की जांच में UP पुलिस, STF, SIT और ED जैसी कई एजेंसियाँ एक साथ लगी हुई हैं।
इस मामले में आलोक सिंह और अमित सिंह टाटा की 55 घंटे की पुलिस रिमांड मंजूर हो गई है। दोनों लखनऊ जेल में बंद हैं।
मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल अब तक फरार
पूरे नेटवर्क का कथित मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल अभी भी पुलिस की पहुँच से बाहर है। दावा किया जा रहा है कि वह दुबई भाग गया है।
हालांकि, उसके पिता भोला जायसवाल को कोलकाता एयरपोर्ट से पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब तक इस मामले में—
- आलोक सिंह
- अमित टाटा
- विभोर राणा
- विशाल राणा
सहित लगभग 32 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सहारनपुर के शास्त्री नगर और कपिल विहार क्षेत्रों में भी आज छापेमारी जारी रही।
एबॉट हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विभोर राणा के ठिकानों पर भी ED ने एक्शन लिया है।
जांच और गिरफ्तारी की कार्रवाई तेज
ED के इस बड़े एक्शन से साफ है कि एजेंसियां कफ सिरप सिंडिकेट को जड़ से खत्म करने के लिए आक्रामक मोड में हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां व बड़े खुलासे होने की संभावना है।