
पटना। बिहार पुलिस में जाति आधारित मेस की पुरानी व्यवस्था अब इतिहास बन गई है। पटना पुलिस लाइन में 18 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 4,000 पुलिसकर्मियों के लिए आधुनिक सेंट्रलाइज किचन सह डायनिंग भवन का उद्घाटन जल्द ही उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री सम्राट चौधरी करेंगे। यह पहल पुलिसिंग में सामाजिक समानता और एकता को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत
यह सेंट्रलाइज किचन फिलहाल पटना पुलिस लाइन में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हो रहा है। इसे सफल मानने पर पूरे राज्य के 39 पुलिस जिलों में लागू किया जाएगा।
- कुल क्षेत्रफल: 75,000 वर्ग फीट
- डायनिंग क्षमता: एक साथ 1,225 पुलिसकर्मी
- व्यवस्था: ग्राउंड फ्लोर पर 175 पुलिसकर्मी और ऊपर के तीन फ्लोर पर प्रत्येक फ्लोर पर 375-375 पुलिसकर्मी भोजन करेंगे।
यह सुविधा आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी पुलिस लाइनों में देखने को मिलेगी।
भोजन व्यवस्था और मासिक शुल्क
खाना बनाने की जिम्मेदारी 65 जीविका दीदियों को सौंपी गई है। सीनियर डीएसपी मिथिलेश कुमार सिंह के अनुसार—
- मेनू: वेज और नॉनवेज दोनों विकल्प, दैनिक रूप से अलग-अलग मेनू
- मासिक शुल्क: 5,700 रुपये (ऑनलाइन भुगतान)
- जो पुलिसकर्मी खाना नहीं चाहते, उन्हें पहले से सूचना देनी होगी
किचन के लिए 25 लाख रुपये की सामग्री उपलब्ध कराई जा चुकी है और टेबल-कुर्सी की खरीदारी भी पूरी हो चुकी है।
सामाजिक समरसता की दिशा में कदम
पटना पुलिस लाइन का यह आधुनिक किचन न केवल खाने की सुविधा देगा, बल्कि जाति आधारित भेदभाव खत्म कर, पुलिसकर्मियों के बीच एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देगा।
यह पहल राज्य पुलिसिंग में एक नवाचार और मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में देखी जा रही है।