
वॉशिंगटन/नई दिल्ली, 12 दिसंबर 2025: अमेरिकी H-1B वीजा होल्डर्स के लिए अचानक एक नई चुनौती सामने आई है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत में दिसंबर 2025 में होने वाले वीज़ा इंटरव्यू अगले साल मार्च-अप्रैल तक टाल दिए हैं। इस कारण कई भारतीय H-1B वीजा धारकों की अमेरिका वापसी अटक गई है।
इमिग्रेशन एक्सपर्ट्स की चेतावनी
इमिग्रेशन विशेषज्ञ और वकील राहुल रेड्डी ने कहा है कि फिलहाल भारत की यात्रा करने वाले H-1B कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है और उन्हें अपने परिवारों से बिछड़ना पड़ सकता है। उन्होंने वीजाधारकों से अपील की है कि जब तक पासपोर्ट पर वैध वीजा स्टैंप नहीं हो, अंतरराष्ट्रीय यात्रा टालें।
इमिग्रेशन अटॉर्नी रेबेका चेन ने भी कहा कि जिन लोगों को अभी तक वीजा इंटरव्यू के लिए ईमेल नहीं मिला है, उन्हें फिलहाल भारत की यात्रा स्थगित करनी चाहिए। वहीं, जो लोग पहले से ही भारत में हैं और अमेरिका लौटने के लिए वीजा स्टैंपिंग करवा रहे हैं, उनके पास केवल इंतजार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
नौकरी खोने का डर
राहुल रेड्डी के मुताबिक, “नियोक्ता छह महीने तक H-1B पद खाली नहीं रख सकते। कई कंपनियां कानूनी तौर पर अमेरिका के बाहर से काम की अनुमति नहीं दे सकतीं। इसका मतलब है कि यदि H-1B कर्मचारी यात्रा करते हैं, तो वे अपनी नौकरी पर वापस नहीं बल्कि बेरोजगार हो सकते हैं।”
वीजा स्टैंप जरूरी
इमिग्रेशन विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिका में फिर से प्रवेश के लिए वीजा स्टैंप अनिवार्य है। इंटरव्यू के टालने से कई भारतीय पेशेवरों पर असर पड़ रहा है, जो अपने वीजा स्टैंप का नवीनीकरण करवाना चाहते थे। इस स्थिति से विशेष रूप से उन लोगों की चिंता बढ़ गई है, जो परिवार के साथ भारत आना चाहते थे।
एक्सपर्ट की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि H-1B वीजा होल्डर्स को अब बेहद एहतियात से कदम उठाने की जरूरत है। भारत की यात्रा फिलहाल सबसे जोखिम भरा विकल्प है और नौकरी बनाए रखने के लिए अमेरिका में बने रहना ही सुरक्षित रास्ता है।