
इस्लामाबाद/वॉशिंगटन, 12 दिसंबर 2025: बलूचिस्तान के अलगाववादी नेता मीर यार बलूच ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर पाकिस्तान को हथियारों की सप्लाई रोकने की मांग की है। मीर यार का आरोप है कि असीम मुनीर के नेतृत्व वाली पाक सेना और शहबाज शरीफ की सरकार अमेरिका को धोखा दे रही हैं और बलूच नागरिकों पर अत्याचार के लिए हथियारों का इस्तेमाल कर रही हैं।
अमेरिका का 686 मिलियन डॉलर का पैकेज
अमेरिका ने पाकिस्तान को F-16 फाइटर जेट अपग्रेड करने के लिए 686 मिलियन डॉलर (लगभग 6,174 करोड़ रुपए) का पैकेज दिया है। मीर यार का कहना है कि ये हथियार रक्षा के लिए नहीं, बल्कि बलूच नागरिकों पर बमबारी के लिए इस्तेमाल होंगे। उन्होंने ट्रंप से अपील की है कि यह पैकेज रद्द किया जाए और पाकिस्तान को दी जाने वाली दूसरी सुरक्षा सहायता भी रोक दी जाए।
बलूचिस्तान में अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल
पत्र में मीर यार ने लिखा है कि बलूच लोग पिछले 77 साल से जबरन गायब किए जाने, अत्याचार और नरसंहार का सामना कर रहे हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अमेरिका और इजरायल को कमजोर करने के लिए पर्दे के पीछे काम कर रही है, और F-16 समेत अन्य अमेरिकी हथियारों की तकनीक ईरान को दी जा सकती है। इसका परिणाम यह होगा कि अमेरिकी हथियार उनके ही खिलाफ इस्तेमाल हो सकते हैं।
खतरनाक चेतावनी
मीर यार ने चेताया कि नए हथियार बलूच क्षेत्रों में और अधिक हिंसा को जन्म देंगे। महिलाओं और बच्चों को मारने के लिए इन हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने ट्रंप से आग्रह किया कि वह पाकिस्तान की सैन्य मदद पर पुनर्विचार करें और बलूच नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।