
हैदराबाद: तेलंगाना की इकलौती जुबली हिल्स विधानसभा सीट के उप चुनाव में सियासी जंग अब अपने अंतिम दौर में पहुँच गई है। इस बार कांग्रेस ने जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस के कैंडिडेट नवीन यादव का समर्थन किया है।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के मंत्री केटीआर ने AIMIM और कांग्रेस के गठजोड़ पर हमला करते हुए बिहार चुनावों का हवाला दिया। केटीआर ने पूछा कि ओवैसी पहले रेवंत रेड्डी को RSS का अन्ना कहते थे, लेकिन अब बिहार में विरोध करने के बावजूद हैदराबाद में कांग्रेस का समर्थन क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि AIMIM के इस कदम से कांग्रेस की अपमान की गई साख को ठेस पहुँच सकती है, लेकिन फिर भी ओवैसी समर्थन दे रहे हैं, जिसे जनता भी देख रही है।
बीआरएस के लिए चुनौती, कांग्रेस के लिए दबाव
2023 विधानसभा चुनाव में जुबली हिल्स सीट बीआरएस ने तीसरी बार जीत हासिल की थी। इस बार बीआरएस के सामने सीट बनाए रखने की चुनौती है, जबकि कांग्रेस को जीत का दबाव है। कांग्रेस की जीत स्थानीय निकाय चुनावों में मनोवैज्ञानिक बढ़त और रेवंत रेड्डी सरकार के कामकाज को लेकर जनता का संदेश साबित कर सकती है।
बीजेपी भी मैदान में, प्रदर्शन पर नजरें
बीआरएस और कांग्रेस के अलावा बीजेपी भी इस सीट पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए मैदान में है। यह सीट लोकसभा सांसद जी किशन रेड्डी के संसदीय क्षेत्र में आती है, जो केंद्रीय मंत्री हैं। बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष एन रामचंदर राव के लिए भी यह पहला बड़ा टेस्ट है। अगर पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा, तो फायरब्रांड नेता टी राजा सिंह उन पर हमलावर हो सकते हैं।
जुबली हिल्स का यह उप चुनाव महज सीट की लड़ाई नहीं है, बल्कि तेलंगाना की राजनीतिक साख और भविष्य की दिशा तय करने वाला माने जा रहा है। जीत का संकेत किसके हाथ लगती है, यह पूरी राज्य की नजरों के सामने है।