
नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना (IAF) ने S-400 ‘ट्रायम्फ’ सिस्टम से पाकिस्तान के AWACS विमान को 314 किलोमीटर दूर से मार गिराने का दावा किया है। मॉस्को स्थित सुरक्षा विशेषज्ञ अलेक्सी मिखाइलोव पेट्रेंको ने इस कार्रवाई को तकनीकी रूप से सटीक और विश्वसनीय बताया है।
पेट्रेंको ने कहा कि S-400 ‘ट्रायम्फ’ की यह क्षमता रूस-यूक्रेन युद्ध में पहले भी देखी जा चुकी है। उन्होंने भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह द्वारा साझा किए गए 9–10 मई 2025 की रात के ऑपरेशन का विवरण का हवाला देते हुए बताया कि 314 किलोमीटर की दूरी पर इंटरसेप्शन कोई अपवाद नहीं, बल्कि S-400 की मानक क्षमता है।
ऑपरेशन का विवरण:
एयर चीफ मार्शल सिंह के अनुसार, पंजाब में तैनात IAF की S-400 यूनिट ने 40N6E मिसाइल का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के साब 2000 ‘एराइ’ AWACS विमान को 314 किमी की दूरी से निशाना बनाया। इस कार्रवाई को दुनिया की सबसे लंबी दूरी की सतह से हवा में मार (SAM kill) माना जा रहा है।
इस हमले से पाकिस्तान वायुसेना की कमांड और कंट्रोल क्षमता पर गंभीर प्रभाव पड़ा और भारतीय लड़ाकू विमानों को बढ़त मिली। इसी दौरान S-400 ने पाकिस्तानी JF-17 फाइटर जेट्स पर भी हमला किया, जिसमें एक JF-17 विमान को सियालकोट के पास 200 किलोमीटर दूर से मार गिराया गया।
सुरक्षा और नुकसान:
चार दिन चले ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान वायुसेना को भारी नुकसान हुआ। S-400 प्रणाली से छह विमान नष्ट हुए, जबकि भोलारी एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल हमले में एक और AWACS नष्ट हुआ। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इससे पाकिस्तान को 500 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ और उसकी एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग क्षमता में करीब 22% कमी आई।
भारतीय वायुसेना की सराहना:
रूसी विश्लेषक पेट्रेंको ने भारतीय वायुसेना की रणनीति और अनुशासन की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ‘शूट एंड स्कूट’ तकनीक और कम रडार प्रोफाइल के जरिए IAF ने दुश्मन की एंटी-रेडिएशन मिसाइलों से बचते हुए बेहद सटीक हमले किए। पेट्रेंको ने कहा, “हथियार हम बनाते हैं, लेकिन भारतीय वायुसेना उन्हें असाधारण कुशलता से इस्तेमाल करती है।”