
भोपाल/दिल्ली, 6 दिसंबर 2025
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बांसुरी वादक पंडित राकेश चौरसिया शुक्रवार को दिल्ली से भोपाल के लिए ‘हृदय दृश्यम महोत्सव’ में अपने कार्यक्रम के लिए रवाना हो रहे थे, लेकिन इंडिगो एयरलाइंस की कई उड़ानें अचानक रद्द होने से उन्हें लगातार 11 घंटे एयरपोर्ट पर फंसा रहना पड़ा। इस अव्यवस्था के चलते उन्हें अपना निर्धारित प्रदर्शन रद्द करना पड़ा।
सुबह 7 बजे पहुंचे, शाम 6 बजे तक इंतजार
पंडित चौरसिया सुबह 7 बजे ही हवाई अड्डे पहुंच गए थे और उनका सामान भी चेक-इन हो चुका था। उन्हें उम्मीद थी कि कुछ समय बाद वे भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे, लेकिन इंडिगो की उड़ानें एक के बाद एक रद्द होती गईं।
उन्होंने बताया—
“मैं भोपाल उत्सव में प्रदर्शन के लिए वचनबद्ध था। आखिरी क्षण तक इंतजार किया, पर इंडिगो ने यात्रियों को पहले से कोई सूचना नहीं दी। यदि एक दिन पहले बता देते तो मैं सड़क या ट्रेन से पहुंच सकता था।”
58 हजार की फ्लाइट भी हाथ से निकली
उन्होंने बताया कि देरी के बीच उन्होंने एक दोपहर की फ्लाइट बुक करने की कोशिश की, जिसकी टिकट कीमत 58,000 रुपये थी। वह यह राशि देने को तैयार थे, लेकिन जैसे ही बुकिंग करने लगे, टिकट सेकेंडों में बिक गया।
चूंकि उनका सामान पहले ही चेक-इन हो चुका था, इसलिए वे शाम 6 बजे तक एयरपोर्ट से निकल भी नहीं सके।
एयरपोर्ट पर हड़कंप—दूल्हा फंसा, अंतिम संस्कार में जाने वाले रो रहे थे
हवाई अड्डे की स्थिति बेहद अफरा-तफरी वाली थी। पंडित चौरसिया ने बताया कि कई यात्री गुस्से में चिल्ला रहे थे और उड़ान रद्द होने की वजह पूछ रहे थे।
एक दूल्हा भी अपनी जयपुर जाने वाली उड़ान का इंतजार कर रहा था, जबकि उसकी दुल्हन वेन्यू पर पहुंच चुकी थी। उसकी आंखों में बेबसी साफ दिखाई दे रही थी।
कुछ यात्री अपने दिवंगत रिश्तेदारों की अंतिम यात्रा में शामिल होने न जा पाने के कारण रोते और चिल्लाते नजर आए।
सबसे दुविधाजनक स्थिति उन युवा इंडिगो कर्मचारियों की थी, जो स्वयं भी यह नहीं जानते थे कि उड़ानें क्यों रद्द की जा रही हैं, जबकि सैकड़ों लोग उनसे जवाब मांग रहे थे।
“एयरलाइन ने असली कारण क्यों नहीं बताया?”—पंडित चौरसिया का सवाल
पंडित चौरसिया ने एयरलाइन से सवाल किया—
“दुनिया भर में यात्रा की है। मौसम खराब होने या बर्फबारी के कारण देरी होती है तो यात्रियों को सूचित किया जाता है। यहाँ बिना किसी जानकारी के उड़ानें रद्द क्यों कर दी गईं?”
रद्द कार्यक्रम की भरपाई करेंगे
अव्यवस्था से परेशान होने के बावजूद पंडित चौरसिया ने कहा कि वह हार नहीं मानेंगे। उन्होंने रविवार को भोपाल जाकर भारत भवन में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है, ताकि दर्शकों के सामने छूटे हुए कार्यक्रम की भरपाई की जा सके।