Monday, December 1

Uttar Pradesh

मुरादाबाद: शादीशुदा कार शोरूम मैनेजर का अपहरण, हनीट्रैप की मुखिया नेहा गिरफ्तार
State, Uttar Pradesh

मुरादाबाद: शादीशुदा कार शोरूम मैनेजर का अपहरण, हनीट्रैप की मुखिया नेहा गिरफ्तार

मुरादाबाद (वैभव पांडे): यूपी के मुरादाबाद में एक हनीट्रैप मामला सामने आया है, जिसमें कार शोरूम के मैनेजर को बहाने से बुलाकर अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ताओं ने परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी और 83 हजार रुपये वसूल भी लिए। पुलिस ने दो महिलाओं समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार कर मैनेजर को सकुशल छुड़ा लिया। हनीट्रैप की मुखिया नेहा मुख्य आरोपी नेहा हापुड़ की रहने वाली है। उसके ऑफिस के एक कर्मचारी ने छह महीने पहले उसकी मुलाकात मैनेजर से कराई थी। मैनेजर शादीशुदा और दो बच्चों का पिता है। नेहा अपने पति से अलग रहती थी और मैनेजर के साथ संबंध बनाने लगी। योजना और अपहरण जल्द अमीर बनने की चाहत में नेहा ने अपनी सहेली संगीता, पति विकुल यादव और भाई शोमिल त्यागी को भी योजना में शामिल किया। 22 नवंबर की शाम नेहा ने मैनेजर को मिलने के बहाने बुलाया और हर्बल पार्क के पास पहुंचा दिया। वहाँ विकुल और...
कांडला-गोरखपुर LPG पाइपलाइन प्रॉजेक्ट में 6.50 करोड़ का मुआवजा घोटाला, मंत्रालय से जुड़े नाम शामिल
State, Uttar Pradesh

कांडला-गोरखपुर LPG पाइपलाइन प्रॉजेक्ट में 6.50 करोड़ का मुआवजा घोटाला, मंत्रालय से जुड़े नाम शामिल

लखनऊ (अभिषेक शुक्ला): कांडला-गोरखपुर एलपीजी पाइपलाइन प्रॉजेक्ट में 6.50 करोड़ रुपये का मुआवजा हड़पने का मामला सामने आया है। इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की शिकायत पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है और लखनऊ, नोएडा और प्रयागराज में पांच ठिकानों पर छापेमारी की है। इस घोटाले में ठेकेदारों और पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है। मुआवजे का बड़ा हिस्सा प्रयागराज और भदोही से हड़पा गया घोटाले के अनुसार, प्रयागराज और भदोही जिले से 6.12 करोड़ रुपये का मुआवजा हड़पा गया। प्रयागराज से 4.77 करोड़ रुपये और भदोही से 1.34 करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई। इसके अलावा नौ अन्य जिलों—मऊ, वाराणसी, प्रतापगढ़, आजमगढ़, उन्नाव, कानपुर देहात, कानपुर नगर, ललितपुर और रायबरेली—में भी अधिकारियों की मिलीभगत से मुआवजा हड़पने का मामला सामने आया है। नामजद अधिकारी और छापेमारी सीबीआई ने एफआईआर म...
40 कॉल के बावजूद एम्बुलेंस नहीं पहुंची, घायल मजदूर ने जिला अस्पताल में तड़प-तड़प कर तोड़ा दम
State, Uttar Pradesh

40 कॉल के बावजूद एम्बुलेंस नहीं पहुंची, घायल मजदूर ने जिला अस्पताल में तड़प-तड़प कर तोड़ा दम

महोबा (उपेंद्र द्विवेदी): उत्तर प्रदेश के महोबा में एक गरीब मजदूर धीरज अहिरवार (33) की जिंदगी लापरवाह स्वास्थ्य सेवाओं की चपेट में चली गई। निजी एम्बुलेंस का खर्च वहन न कर पाने वाले धीरज को सरकारी एम्बुलेंस नहीं मिली, और परिजनों के 40 से अधिक कॉल करने के बावजूद मदद नहीं हुई। अंततः घायल मजदूर जिला अस्पताल में ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ गया। हादसे का पूरा विवरण श्रीनगर थाना क्षेत्र के अतरार माफ गांव निवासी धीरज अहिरवार अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए महोबा आ रहे थे। सोमवार देर रात कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उर्मिल बांध की मुख्य नहर के पास तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हेलमेट न पहनने के कारण धीरज गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया। परंतु सरकार...
हमीरपुर में शहीद गोविंद यादव का तिरंगे में लिपटा शव पहुंचा, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़
State, Uttar Pradesh

हमीरपुर में शहीद गोविंद यादव का तिरंगे में लिपटा शव पहुंचा, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़

हमीरपुर (पंकज मिश्रा): उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के कुसमरा गांव में जम्मू कश्मीर सेना मुख्यालय से नायक गोविंद यादव का तिरंगे में लिपटा शव आते ही पूरे गांव में मातम छा गया। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े और आंखें नम हो गईं। गोविंद यादव (32) कुरारा थाना क्षेत्र के कुसमरा गांव निवासी थे और भारतीय सेना मुख्यालय में नायक के पद पर तैनात थे। पिछले दिनों संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से उनकी मृत्यु हो गई। शहीद के निधन की सूचना मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। उनके माता-पिता और पत्नी इस सदमे को सहन नहीं कर पा रहे हैं। पूरे गांव में मातम गांव के लोग और शहीद के परिजन तिरंगे में लिपटे शव को देख भावुक हो गए। एडीएम फाइनेंस विजय शंकर तिवारी समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना के अधिकारी और जवानों ने देर शाम शहीद को सलामी दी। गो...
अलीगढ़ में लापता इंस्पेक्टर का पता बताने पर 50 हजार रुपये का इनाम
State, Uttar Pradesh

अलीगढ़ में लापता इंस्पेक्टर का पता बताने पर 50 हजार रुपये का इनाम

अलीगढ़: अलीगढ़ जिले के थाना महुआखेड़ा क्षेत्र में तैनात इंस्पेक्टर अनुज कुमार पिछले 2 महीनों से लापता हैं। निलंबन के बाद से वे कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। अलीगढ़ पुलिस लगातार उनकी तलाश में जुटी है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इसलिए पुलिस ने लापता इंस्पेक्टर का पता बताने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस ने उनके बारे में जानकारी वाले पोस्टर शहर में चस्पा कर दिए हैं, ताकि आम नागरिक भी सूचना देने में मदद कर सकें। जानकारी के अनुसार, इंस्पेक्टर अनुज कुमार मूल रूप से गाजियाबाद जिले के कविनगर थाना क्षेत्र के अवंतिका कॉलोनी के रहने वाले हैं। वर्तमान में वे अपने परिवार के साथ थाना महुआखेड़ा क्षेत्र के धनीपुर मंडी स्थित प्रभात नगर कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, विभागीय स्तर पर ड्यूटी में लापरवाही और बार-बार गैर हाजिरी के ...
गोरखपुर की सनसनीखेज कहानी में बड़ा मोड़: 4 दिन बाद होगा मां का अंतिम संस्कार, बेटों पर लगे आरोपों की सच्चाई आई सामने, पिता ने माना- गलती मुझसे हुई
State, Uttar Pradesh

गोरखपुर की सनसनीखेज कहानी में बड़ा मोड़: 4 दिन बाद होगा मां का अंतिम संस्कार, बेटों पर लगे आरोपों की सच्चाई आई सामने, पिता ने माना- गलती मुझसे हुई

गोरखपुर। भरोहिया गांव में पिछले दिनों सामने आया वह मामला, जिसमें बेटों पर मां का अंतिम संस्कार करने से इनकार करने और शव को घर लाने से रोकने का आरोप लगा था, अब पूरी तरह उलट गया है। एनबीटी की ग्राउंड रिपोर्टिंग में खुलासा हुआ है कि जो कहानी ‘कलियुगी बेटों’ के रूप में पेश की गई, उसकी वास्तविक तस्वीर काफी अलग है। खुद परिवार के मुखिया भुआल गुप्ता ने स्वीकार किया कि गलती उनकी ही थी और बेटों पर लगाए कई आरोप भ्रामक साबित हुए। कैसे बढ़ा मामला? जौनपुर के एक वृद्धाश्रम में रहने वाली भुआल गुप्ता की पत्नी का 19 नवंबर की रात निधन हो गया था। आरोप लगा कि बेटों ने मांगलिक कार्यक्रम होने का हवाला देकर शव घर लाने से मना कर दिया और 4 दिन बाद अंतिम संस्कार करने की बात कही। यह खबर मीडिया में तेजी से फैल गई और बेटों को जमकर आलोचना का सामना करना पड़ा। वृद्धाश्रम प्रबंधन ने शव एंबुलेंस से गांव भेज दिया, ज...
मुजफ्फरनगर में बड़ा खुलासा: फर्जी जमानत पर बाहर आया कुख्यात गैंगस्‍टर ‘चीता’, 17 साल पहले मर चुका था एक जमानती
State, Uttar Pradesh

मुजफ्फरनगर में बड़ा खुलासा: फर्जी जमानत पर बाहर आया कुख्यात गैंगस्‍टर ‘चीता’, 17 साल पहले मर चुका था एक जमानती

मुजफ्फरनगर: जिले में फर्जी जमानतियों का ऐसा संगठित नेटवर्क सामने आया है, जिसने पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गैंगस्टर एक्ट में जेल भेजा गया कुख्यात अपराधी नीरज बाबा उर्फ चीता फर्जी दस्तावेजों के सहारे जेल से रिहा होकर फरार हो गया, जबकि उसके जमानतदारों में एक 17 साल पहले ही मर चुका था। खतौली पुलिस ने वर्ष 2022 में मेरठ जिले के रोहटा थाना क्षेत्र के गांव अट्टा चिंदौड़ी निवासी नीरज बाबा उर्फ चीता को गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तार किया था। कुछ समय बाद अदालत में मेरठ के हस्तिनापुर निवासी दो भाइयों—प्रताप सिंह और बिलख सिंह—को जमानतदार बताते हुए उसकी जमानत मंजूर कर ली गई और जेल प्रशासन ने आदेश मिलते ही उसे रिहा कर दिया। मात्र ट्रायल शुरू होते ही आरोपी चीता अदालत में पेश नहीं हुआ। जमानतदारों के भी नदारद रहने पर अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी करते हुए सत्यापन के आदे...
20 साल पुराने केस में सुस्ती पर हाईकोर्ट का ट्रायल कोर्ट को कड़ा फटकार: कहा- कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है
State, Uttar Pradesh

20 साल पुराने केस में सुस्ती पर हाईकोर्ट का ट्रायल कोर्ट को कड़ा फटकार: कहा- कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है

प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रयागराज की एक निचली अदालत को 20 साल पुराने आपरcriminal मामले में ढीले रवैये के लिए सख्त शब्दों में चेताया है। अदालत ने कहा कि ट्रायल कोर्ट ने न केवल उच्च न्यायालय के निर्देशों की अनदेखी की, बल्कि अभियोजन पक्ष की लगातार लापरवाही के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे 73 वर्षीय आरोपी श्रीश कुमार मालवीय को अनावश्यक रूप से मानसिक और कानूनी उत्पीड़न सहना पड़ा। जस्टिस विवेक कुमार सिंह ने सुनवाई के दौरान टिप्पणी की कि "कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ दिखती है"। अदालत ने यह भी कहा कि इतने पुराने मामलों को निपटाना ट्रायल कोर्ट की जिम्मेदारी है, लेकिन अदालत मूकदर्शक बनी रही और अभियोजन पक्ष लगातार स्थगन मांगता रहा। 13 साल से एक भी गवाह नहीं मामला वर्ष 2005 से लंबित है, जिसमें अधिकतम छह माह की सजा का प्रावधान है। आरोपपत्र 2005 में दाखिल हुआ, लेकिन आरोप तय होने मे...
सभी विरुद्ध हैं माधव, सब हारेंगे पार्थ! नेहा सिंह राठौर की तलाश में लखनऊ पुलिस सक्रिय, दो टीमें कर रहीं दबिश
State, Uttar Pradesh

सभी विरुद्ध हैं माधव, सब हारेंगे पार्थ! नेहा सिंह राठौर की तलाश में लखनऊ पुलिस सक्रिय, दो टीमें कर रहीं दबिश

लखनऊ। पहलगाम आतंकी हमले पर भड़काऊ पोस्ट के मामले में आरोपी लोकगायिका नेहा सिंह राठौर पर लखनऊ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद हजरतगंज थाने में बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचने पर पुलिस की दो विशेष टीमें लगातार उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। इसके बावजूद नेहा सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लगातार पोस्ट कर रही हैं। 25 नवंबर को नेहा ने अपने पति के कंधे पर बैठी एक तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन लिखा— “सभी विरुद्ध हैं माधव!… सब हारेंगे पार्थ!” इससे पहले उन्होंने खेत में ट्रैक्टर पर बैठी तस्वीर साझा कर “मेरे देश की धरती सोना उगले…” जैसी पंक्तियां लिखीं। इन पोस्टों पर कमेंट की बाढ़ आ गई है। साथ ही नेहा ने फतेहपुर और गोंडा में एसआईआर कार्य से जुड़े बीएलओ की आत्महत्या के मामलों को लेकर अपनी चिंता भी व्यक्त की है। हजरतगंज में दर्ज मु...
बंगाल में SIR पर सियासी घमासान, योगी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह भड़के, ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप
Politics, State, Uttar Pradesh

बंगाल में SIR पर सियासी घमासान, योगी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह भड़के, ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप

उन्नाव/लखनऊ। पश्चिम बंगाल में चल रही SIR प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। उन्नाव के प्रभारी मंत्री और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में SIR कर्मचारियों के साथ हो रही मारपीट ममता सरकार के संरक्षण में हो रही है। मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, "भारत बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान से ही चलेगा। SIR प्रक्रिया पूरे देश में लागू होगी। बिहार में 65 लाख वोट कटने का मामला सामने आया था, जबकि बंगाल में यह संख्या करोड़ों तक पहुंच सकती है।" उन्होंने दावा किया कि बंगाल में SIR कर्मचारियों को रोकने और उन पर हमला करवाने का काम टीएमसी समर्थित लोगों द्वारा किया जा रहा है। इसी दौरान कार्यक्रम में मौजूद उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने भी कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा प्रहार क...