
अयोध्या। शीत लहर के प्रकोप को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु रामलला की शीतकालीन सेवा शुरू कर दी गई है। कड़ाके की ठंड में रामलला को अब गुनगुने जल से स्नान कराया जा रहा है, वहीं गर्भगृह में हीटर की व्यवस्था की गई है ताकि ठंड का असर उनकी दिव्य सेवा पर न पड़े।
पुजारियों के अनुसार, रात्रिकालीन विश्राम के दौरान प्रभु रामलला को रजाई ओढ़ाई जा रही है। मंदिर प्रशासन द्वारा ठंड को देखते हुए विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से स्नान, अभिषेक और श्रृंगार में मौसमी बदलाव किए गए हैं।
भोग में भी बदला स्वाद, केसर युक्त दूध और घी का हलवा
शीत ऋतु को ध्यान में रखते हुए रामलला के भोग राग में भी परिवर्तन किया गया है। पूड़ी-सब्जी के साथ केसर युक्त दूध, देशी घी से बना हलवा तथा बादाम, काजू, पिस्ता और किशमिश जैसे पौष्टिक ड्राई फ्रूट अर्पित किए जा रहे हैं, जिससे प्रभु को गर्माहट और पोषण मिले।
अन्य मंदिरों में भी शीतकालीन व्यवस्थाएं
श्रीरामवल्लभाकुंज में भगवान को अंगीठी के साथ ब्लोअर से गर्म हवा दी जा रही है। वहीं, हनुमानगढ़ी में विराजमान बजरंगबली को रजाई ओढ़ाई जा रही है। पुजारी रमेशदास के अनुसार, हनुमान जी को रबड़ी, पूड़ी, देशी घी का हलवा और खीर का भोग अर्पित किया जा रहा है।
मंदिर परिसर में की जा रही ये व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं के बीच आस्था और भक्ति का नया संदेश दे रही हैं, जहां शीत ऋतु में भी प्रभु की सेवा पूरी निष्ठा और श्रद्धा के साथ की जा रही है।