
ट्रेनों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच मुंबई–काठगोदाम साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन (09075) के एसी कोच में एक बड़ा मामला सामने आया है। एसी-2 कोच में सफर कर रही बदायूं निवासी एक महिला यात्री का करीब 40 लाख रुपये के गहनों से भरा बैग चोरी हो गया। घटना ने एक बार फिर रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शादी से लौट रही थी महिला, सीट के नीचे रखा था नंबर लॉक वाला बैग
जानकारी के मुताबिक बदायूं की शशि गुप्ता अपने परिवार के 11 सदस्यों के साथ मुंबई में शादी समारोह में शामिल होकर लौट रही थीं। उन्होंने अपना नंबर लॉक वाला सूटकेस सीट के नीचे रखा था, जिसमें महंगी ज्वेलरी रखी थी।
रास्ते में किसी ने बिना लॉक तोड़े सूटकेस खोलकर गहने निकाल लिए। बदायूं पहुंचने पर ही शशि को चोरी का पता चला। उन्होंने स्थानीय जीआरपी में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसे शून्य संख्या (Zero FIR) के रूप में गंगापुर सिटी जीआरपी को ट्रांसफर किया गया।
**रात 12 से सुबह 4 बजे के बीच वारदात
दरा–हिंडौन के बीच ट्रेन थी, CCTV भी बंद मिले**
शशि के मुताबिक चोरी रात 12 से तड़के 4 बजे के बीच हुई। उस दौरान ट्रेन कोटा–सवाई माधोपुर–गंगापुर रूट पर थी। गंगापुर जीआरपी ने तीनों स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन कोटा स्टेशन के कैमरे बंद मिले, जिससे जांच और कठिन हो गई है।
कोच अटेंडेंट से भी पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि उसे पहले ही कोटा में आरपीएफ ने ट्रेन से उतारकर पूछताछ शुरू कर दी थी।
चोरी की घटनाओं में तेजी—मालूम हो रहे लगातार नए केस
पिछले कुछ महीनों में ट्रेनों में चोरी के मामले तेजी से बढ़े हैं। हालिया घटनाएं स्थिति की गंभीरता बताती हैं—
कुरनूल–दुर्गापुरा ट्रेन में छात्रा का बैग चोरी
जयपुर निवासी प्रसून भारद्वाज की बेटी पूर्वी का बैग रात 1 बजे रामगंजमंडी के पास किसी बदमाश ने खींचकर ले लिया। बैग में अहम दस्तावेज थे।
अमृतसर–मुंबई डीलक्स में मोबाइल गायब
यात्री अंजलि का एप्पल मोबाइल AC बी-3 कोच से चोरी हुआ। मोबाइल स्मार्टवॉच से कनेक्ट था, लोकेशन भी कोच के भीतर दिख रही थी, पर चोर पकड़ा नहीं जा सका।
बीकानेर–बांद्रा ट्रेन से फोन चोरी
मुंबई जा रही अनुश्री का मोबाइल तड़के 3:30 बजे विक्रमगढ़ आलोट और लूनी रिछा के बीच चोरी हो गया। उसने नागदा और रतलाम में शिकायत दर्ज करवाई।
यात्रा सुरक्षित कैसे? सतर्कता ही एकमात्र उपाय!
बार-बार सामने आ रहे चोरी के मामलों से यह सवाल गहराता जा रहा है कि क्या ट्रेन में यात्रा करना अब सुरक्षित रह गया है?
रेलवे सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न हैं, क्योंकि कई घटनाओं में CCTV बंद और गश्त कमजोर मिली है।
विशेषज्ञों का मानना है कि—
- कीमती सामान खुले में न रखें
- सीट के नीचे बैग न रखें
- साइलेंट लॉक, चेन, और एंटी-थेफ्ट डिवाइस का उपयोग करें
- रात में विशेष सावधानी रखें
रेलवे सुरक्षा तंत्र पर यात्रियों का भरोसा बनाए रखने के लिए तत्काल कड़े कदम जरूरी हैं।