Monday, December 1

झारखंड को थैलेसीमिया और सिकलसेल मुक्त बनाने का महत्वाकांक्षी प्लान, पूरा उपचार अब राज्य सरकार की जिम्मेदारी

रांची: झारखंड सरकार ने राज्य को थैलेसीमिया और सिकलसेल जैसी गंभीर बीमारियों से मुक्त बनाने के लिए एक व्यापक योजना शुरू की है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि योजना के तहत प्रत्येक नागरिक की इन बीमारियों की अनिवार्य जांच होगी और रोगियों के संपूर्ण उपचार का खर्च राज्य सरकार उठाएगी।

डॉ. अंसारी ने बताया कि वर्तमान में झारखंड में इन रोगों से प्रभावित लोगों का सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। योजना का उद्देश्य सटीक डेटा जुटाना, समय पर इलाज सुनिश्चित करना और राज्य को इन दोनों गंभीर बीमारियों से मुक्त करना है।

रांची में BMT सुविधा की शुरुआत
सरकार ने गंभीर रोगियों के जीवन रक्षक उपचार के लिए रांची सदर अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट (BMT) सुविधा शुरू करने की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी है। इसके अलावा, राज्य की स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिए अनुभवी डॉक्टरों को जोड़ने और आवश्यक बजट उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है।

ब्लड बैंकों का आधुनिकीकरण
पिछले समय में मरीजों को लगातार निजी और सरकारी ब्लड बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते थे। इस स्थिति में सुधार लाने के लिए सभी जिला-स्तरीय ब्लड बैंकों को आधुनिक उपकरणों और तकनीक से लैस किया जा रहा है। नई पीढ़ी की खून जांच मशीनों के साथ एड्स/एचआईवी जांच की सुविधा और नवीनतम ब्लड सेफ्टी तकनीक भी उपलब्ध कराई जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह बहुआयामी योजना न केवल बीमारियों के बोझ को कम करेगी, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करते हुए प्रभावित व्यक्तियों को गुणवत्तापूर्ण और जीवन रक्षक देखभाल उपलब्ध कराएगी।

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