
जीवनसाथी की तलाश में मैट्रिमोनियल साइट पर जाना गाजियाबाद के एक युवक पर बेहद भारी पड़ गया। प्यार-मोहब्बत और शादी के सपनों के बीच एक कथित ‘डिजिटल गर्लफ्रेंड’ ने ऐसा जाल बिछाया कि युवक 15 दिनों में ही 49 लाख रुपये गँवा बैठा।
15 दिनों में उजड़ गया अभिषेक का अरमान
वैशाली निवासी अभिषेक चौधरी ने पुलिस को बताया कि 18 सितंबर को मैट्रिमोनियल साइट के जरिए उनकी बातचीत ‘निहारिका’ नाम की युवती से शुरू हुई। 20 सितंबर से बातों का सिलसिला बढ़ा और युवती ने खुद को जालंधर और दिल्ली-एनसीआर में रियल एस्टेट कारोबारी परिवार से जुड़ा बताया।
धीरे-धीरे विश्वास जीतकर उसने अभिषेक को फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर निवेश के लिए उकसाना शुरू कर दिया।
डॉलर में कमाई का लालच, लिंक भेजकर फंसाया
निहारिका ने कई लिंक भेजकर अभिषेक को एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करवाया। डॉलर में अधिक मुनाफे का लालच देकर पहले 500 डॉलर से शुरुआत करने को कहा।
अभिषेक सीधे डॉलर में भुगतान नहीं कर पाए तो ठगों ने टेलीग्राम के जरिए एक ‘बेनिफिशियरी अकाउंट’ भेजा और दावा किया कि यह खाते रुपये को डॉलर में बदलकर निवेश कर देगा।
झांसे में आकर अभिषेक ने—
- 1 लाख रुपये शुरुआत में
- 8 अक्टूबर को 10 लाख
- 15 अक्टूबर को दो बार में 15 लाख
- 16 अक्टूबर को 13 लाख
- 2 नवंबर को 10 लाख रुपये
इस तरह कुल करीब 49 लाख रुपये ठगों के बताए खातों में भेज दिए।
ट्रेडिंग ऐप में दिखाया ‘मुनाफा’, लेकिन पैसे फंसे रहे
अभिषेक को हेनटेक मार्केट्स नाम के ऐप पर उनके वॉलेट में मोटा मुनाफा दिखाया जा रहा था। जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो ठगों ने टैक्स और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर और पैसे मांगने शुरू कर दिए, तब जाकर पूरे रैकेट की पोल खुली।
पुलिस जांच में जुटी
पीड़ित के बयान पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस साइबर गैंग की तलाश में जुटी है और मैट्रिमोनियल साइट्स पर सक्रिय ठगों के नेटवर्क की भी जांच कर रही है।