
श्रावस्ती। उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में हुए सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मृतक रोशन खां और उनकी पत्नी वसीला की हत्या मामले में पुलिस ने एक वकील सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जांच में सामने आया कि यह पूरी वारदात मृतक की बेशकीमती दुकानों पर कब्जा करने की सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी।
वकील ने रची साजिश, सौदा बना दोहरी हत्या की वजह
पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में नसीब खां, हसीब खां उर्फ गुड्डू—जो रोशन खां की पहली पत्नी के बेटे हैं—तथा मुसीब खां, जो रोशन की दूसरी पत्नी वसीला का पहले पति से पुत्र है, शामिल हैं। चौथा आरोपी वकील प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू त्रिपाठी है, जिसे इस साजिश का मुख्य सूत्रधार बताया गया है।
जांच में खुलासा हुआ कि 4 अगस्त 2025 को रोशन खां ने इकौना कस्बे में स्थित अपनी दुकानों को रजिस्टर्ड दाननामा के जरिए पत्नी वसीला के नाम कर दिया था। ठीक इसी दिन, दाननामा होने के कुछ मिनटों बाद ही वकील प्रभाकर त्रिपाठी ने धोखे से मात्र 10 लाख रुपये के चेक के आधार पर दुकानों का फर्जी बैनामा अपने पक्ष में करा लिया।
वसीला ने चेक स्वीकार नहीं किया और अपना बैंक खाता होल्ड करवा लिया। इसके बाद उन्होंने दीवानी न्यायालय में बैनामा निरस्त करने का वाद दायर कर दिया तथा आरोपी वकील के खिलाफ उच्च अधिकारियों को शिकायत भी भेजी। इससे बचने के लिए वकील त्रिपाठी ने मृतक के बेटों को लालच देकर अपने साथ मिला लिया।
70–80 लाख में दुकान बेच चुका था वकील
पुलिस ने बताया कि आरोपी वकील फर्जी बैनामा की गई दुकानों में से एक को 70–80 लाख रुपये में किसी अन्य व्यक्ति को भी बेच चुका था। मुकदमे और जांच में फंसने के डर से उसने रोशन खां और वसीला की हत्या कराने की योजना बनाई।
सोते वक्त की गई निर्मम हत्या
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि वकील के बहकावे में आकर उन्होंने 22–23 नवंबर की मध्यरात्रि को सोते समय बांस के डंडे से दबाकर दोनों की हत्या की। वारदात को अंजाम देने के बाद वे चुपचाप मौके से फरार हो गए थे।
पुलिस ने किया खुलासा, आरोपियों को भेजा जेल
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों की मदद से चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त बांस का डंडा बरामद कर लिया गया है। सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या, साजिश, धोखाधड़ी सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।