
इस्लामाबाद/नई दिल्ली।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की ‘हत्या’ को लेकर फैल रही सनसनीखेज अफवाहों ने पूरे देश का माहौल गरमा दिया है। शहबाज शरीफ सरकार और अदियाला जेल प्रशासन द्वारा सफाई देने के बावजूद यह तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच इमरान खान की बहन अलीमा खान ने खुलकर बड़ा बयान देते हुए सरकार और सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर पर सीधे निशाना साधा है।
अलीमा खान ने चेतावनी देते हुए कहा—
“वे इमरान खान के सिर के एक बाल को भी छूने का साहस नहीं कर सकते।”
उनका यह बयान पाकिस्तान के राजनीतिक माहौल में और हलचल पैदा कर गया है, जहां पहले से ही न्यायिक प्रक्रियाओं, सत्ता के केंद्रीकरण और नागरिक अधिकारों को लेकर असंतोष उबल रहा है।
6 हफ्तों से ‘अलग-थलग’, परिवार की मुलाकात भी बंद—अलीमा का दावा
अलीमा खान ने आरोप लगाया कि इमरान खान को पिछले 6 सप्ताह से अलग-थलग रखा गया है।
उनका कहना है कि:
- अदालत के आदेश के बावजूद परिवार को मुलाकात की अनुमति नहीं दी जा रही,
- मंगलवार को उन्हें जबरन मिलने से रोका गया,
- जेल प्रशासन लगातार सच छिपा रहा है,
- न्यायिक प्रणाली “अभूतपूर्व रूप से बर्बाद” हो चुकी है।
अलीमा ने साफ कहा कि जब तक परिवार खुद इमरान खान को नहीं देख लेता, उनकी सेहत के बारे में किसी भी सरकारी दावे पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
‘खान को नुकसान नहीं पहुंचा सकते… पाकिस्तान फट पड़ेगा’
अलीमा खान ने सख्त शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा:
- पाकिस्तान में पहले ही गुस्सा चरम पर है।
- अगर इमरान खान को कुछ हुआ, तो देश चुप नहीं बैठेगा।
- प्रशासन को पता है कि इसके क्या परिणाम होंगे।
उनके मुताबिक इमरान खान की हालत पिछले मुलाकात में बिलकुल ठीक थी, इसलिए बीमारी या उम्र के बहाने मौत की किसी भी ‘काल्पनिक कहानी’ को जनता स्वीकार नहीं करेगी।
27वें संविधान संशोधन पर तंज—‘एक व्यक्ति को बचाने के लिए कानून बदला’
अलीमा खान ने हाल ही में किए गए 27वें संविधान संशोधन पर भी हमला बोला।
उन्होंने कहा कि:
- यह संशोधन एक शख्स (संकेत—असीम मुनीर) को शक्तियां देने के लिए किया गया,
- कुछ लोग खुद को कानून से ऊपर स्थापित कर रहे हैं,
- पाकिस्तान के जज भी अब “डरे हुए और दबाव में हैं”।
यह टिप्पणी मौजूदा सत्ता ढांचे और सेना के वर्चस्व पर सीधा हमला मानी जा रही है।
सरकार और जेल प्रशासन के दावे
दूसरी ओर अदियाला जेल प्रशासन का दावा है:
- इमरान खान पूरी तरह स्वस्थ हैं,
- उनकी जान को कोई खतरा नहीं,
- सभी अफवाहें गुमराह करने वाली हैं।
लेकिन पीटीआई ने सरकार की सफाई को खारिज करते हुए इमरान खान की स्वास्थ्य जांच और स्वतंत्र जांच की मांग की है।
अफवाहें क्यों नहीं रुक रहीं?
अफवाहों के पीछे कुछ बड़े कारण बताए जा रहे हैं—
- इमरान खान की 3 से 4 सप्ताह से कोई सार्वजनिक झलक नहीं,
- परिवार व वकीलों को मुलाकात का अवसर नहीं,
- जेल प्रशासन की अत्यधिक गोपनीयता,
- सरकार और सेना पर बढ़ते जनता के अविश्वास।
इन परिस्थितियों ने सोशल मीडिया पर अटकलों को और तेज कर दिया है।
निष्कर्ष: तनाव चरम पर, जवाबदेही की मांग तेज
इमरान खान की बहन अलीमा के तीखे बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मामला अब सिर्फ राजनीतिक नहीं रहा, बल्कि पाकिस्तान की न्याय व्यवस्था और सत्ता संरचना पर गंभीर सवाल खड़ा हो चुका है।
पीटीआई और उसके समर्थक, इमरान खान के स्वास्थ्य और सुरक्षा की स्पष्ट व पारदर्शी जानकारी की मांग कर रहे हैं।
पाकिस्तान की राजनीति इस वक्त बेहद नाजुक दौर में है—
जहां एक तरफ सरकार ‘सब सामान्य’ का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर जनता और खान परिवार को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं इतिहास खुद को दोहरा न दे।
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