Monday, December 1

‘पापा, मुझे गोद में ले लो…’हरियाणा के दो युवा बास्केटबॉल खिलाड़ियों की मौत ने परिवारों में मचाया मातम

रोहतक/बहादुरगढ़ (हरियाणा): हरियाणा में बास्केटबॉल के दो होनहार युवा खिलाड़ियों हार्दिक राठी (16) और अमन (15) की मौत ने खेल जगत और उनके परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। दोनों की जान जर्जर पोल गिरने से गई, जिससे उनके माता-पिता और परिवार सदमे में हैं।

अमन के पिता सुरेश कुमार आज भी बेटे के आखिरी शब्द याद करते हैं:
“पापा, मुझे अपनी गोद में ले लो, यह दर्द मेरे बर्दाश्त से बाहर है।”

हार्दिक के घर में उसके नेशनल लेवल के मेडल सज-धज कर रखे हैं, जो अब हर आने-जाने वाले की आंखों में आंसू भर देते हैं।

हार्दिक की कहानी:
हार्दिक नेशनल लेवल प्लेयर था और अंडर-17 नेशनल्स की तैयारी कर रहा था। ग्वालियर में पढ़ाई कर रहे हार्दिक ने अपनी मां के पास रहना चाहा, लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। गुरुवार को रोहतक के बास्केटबॉल कोर्ट में पोल उसके सीने पर गिरा और उसकी मौत हो गई। बॉस्केटबॉल पोल का वजन लगभग 750 किलो था।

अमन की दर्दनाक मौत:
बहादुरगढ़ में 19 नवंबर को अमन का जन्मदिन मनाया गया था। रविवार दोपहर को वह ब्रिगेडियर होशियार सिंह स्टेडियम गया, लेकिन पोल गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पेट पर पड़े भारी पोल से उसके अंदरुनी अंग कुचल गए और 24 घंटे के भीतर उसकी मौत हो गई।

अमन श्रीरामा भारती पब्लिक स्कूल में 10वीं का छात्र और दो बहनों का इकलौता भाई था। उसकी मां कांता देवी का कहना है कि अमन अक्सर कहता था:
“मम्मी, विश्वास रखना, मैं तुम्हें गर्व महसूस कराऊंगा।”

परिवार की मजबूरी और लापरवाही:
हादसे के चार दिन बाद भी टूटा हुआ पोल स्टेडियम में पड़ा हुआ है, जो लापरवाही की गवाही देता है। दोनों युवा खिलाड़ियों की मौत ने खेल जगत और उनके परिवारों को हमेशा के लिए झकझोर कर रख दिया है।

हरियाणा के खेल प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के लिए यह चेतावनी है कि सुरक्षा की उपेक्षा की कीमत कभी-कभी अनमोल होती है।

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