Monday, December 1

पाकिस्तानी लिंक पर बड़ा खुलासा! फर्जी IAS बनकर लग्जरी होटल में रह रही कल्पना गिरफ्तार, दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ाव की जांच तेज

छत्रपति संभाजीनगर/पुणे
महाराष्ट्र पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। जाली आधार कार्ड और फर्जी आईएएस नियुक्ति पत्र के दम पर करीब छह महीने तक लग्जरी होटल में ठहरने वाली महिला कल्पना त्र्यंबकराव भागवत (45) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती तौर पर यह मामला फर्जी पहचान का लग रहा था, लेकिन अब जांच में उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और आतंकी लिंक सामने आने लगे हैं।

सबसे बड़ा खुलासा यह है कि महिला दिल्ली ब्लास्ट के समय राजधानी में मौजूद थी, जिसका उल्लेख पुलिस ने अदालत में उसकी रिमांड मांगते हुए किया। इससे सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मच गई है।

विदेशी नागरिकों को वीजा दिलाने की कोशिश

जांच में सामने आया है कि कल्पना उज्बेकिस्तान की एक महिला के लिए भारतीय वीजा दिलाने की कोशिश कर रही थी। पुलिस का शक है कि वह फर्जी दस्तावेजों के जरिये विदेशी नागरिकों की भारत में आवाजाही बढ़ाने और नेटवर्क मजबूत करने में सक्रिय थी।

पाक-अफगान कनेक्शन की पुष्टि!

पुलिस के अनुसार, कल्पना के बैंक खातों में बड़ी रकम उसके कथित प्रेमी अशरफ खलील और उसके भाई आवेद खलील के खातों से ट्रांसफर हुई है।

  • अशरफ अफगानिस्तान से निर्वासित किया जा चुका है
  • आवेद पाकिस्तान में सक्रिय बताया जा रहा है

सूत्रों के अनुसार, महिला दोनों के लिए वीजा व्यवस्था कराने में जुटी हुई थी।

होटल कमरे से बरामद सामान चौंकाने वाला

तलाशी के दौरान पुलिस को मिला:

  • 19 करोड़ रुपये का चेक
  • 6 लाख रुपये का एक और चेक
  • 2017 का फर्जी आईएएस नियुक्ति पत्र
  • 11 इंटरनेशनल मोबाइल नंबर

इनमें से कई नंबर अफगानिस्तान, पेशावर और पाकिस्तानी सेना अधिकारियों से जुड़े बताए जा रहे हैं। उसके फोन में देश के प्रमुख राजनीतिक नेताओं के साथ फर्जी फोटोशूट भी मिले हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की नजर

पुलिस का दावा है कि कल्पना ने पाकिस्तान में किसी व्यक्ति के साथ हुई व्हाट्सऐप चैट डिलीट कर दी है।
इस समय इंटेलिजेंस ब्यूरो के दो अधिकारी उससे लगातार पूछताछ कर रहे हैं। महिला की वास्तविक पहचान भी संदेह के घेरे में है।

अदालत ने बढ़ाई हिरासत

पहले तीन दिनों की पुलिस हिरासत के बाद बुधवार को अदालत में पेशी पर न्यायालय ने उसकी हिरासत 10 दिनों के लिए बढ़ा दी। अब जांच इस बात पर केंद्रित है कि—

  • क्या महिला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है?
  • क्या उसका दिल्ली विस्फोट मामले से सीधा संबंध है?
  • उसका असली नाम और नेटवर्क क्या है?

इस मामले ने महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। पुलिस को आशंका है कि यह नेटवर्क कहीं बड़ा और संगठित न हो। जांच जारी है और आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे संभव हैं।

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