
संविधान दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों को लिखे गए पत्र पर सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने प्रतिक्रिया दी है। सांसद मसूद ने प्रधानमंत्री के विचारों की सराहना करते हुए संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुरक्षित रखने की अपील की।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में लिखा कि भारत का संविधान सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले नागरिकों को भी सर्वोच्च सेवाओं और पदों में योगदान करने का अवसर देता है। उन्होंने संविधान के प्रति अपनी श्रद्धा और संसद में काम करने के अनुभव साझा करते हुए कहा कि संविधान ने अनगिनत लोगों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने की शक्ति दी है।
इमरान मसूद बोले— “प्रधानमंत्री सही बात कह रहे हैं”
पीएम के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए इमरान मसूद ने कहा
“प्रधानमंत्री जी जो बात बोल रहे हैं वह निश्चित रूप से बहुत सही और वजनदार बात है। लेकिन प्रधानमंत्री जी इस बात को अगर अपने अंदर भी आत्मसात कर लें, आगे वालों के लिए भी रास्ता छोड़ दें। इस संविधान को तहस-नहस ना करें।”
उन्होंने आगे कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने वाली गतिविधियों से बचना चाहिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए संविधान को मजबूत बनाए रखना आवश्यक है।
“संविधान को कमजोर नहीं करना चाहिए”
कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा
“यह संविधान भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी मार्गदर्शक बना रहे। ताकि आपके बाद भी कोई व्यक्ति मेहनत करके समाज में ऊंचाई तक पहुंच सके। प्रधानमंत्री को संविधान को कमजोर नहीं करना चाहिए।”
युवाओं से जुड़ी पीएम की बात का समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि आज लिए जा रहे निर्णय भविष्य की पीढ़ियों के जीवन को आकार देंगे। उन्होंने नागरिकों को विकासशील भारत की दिशा में अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया और विश्वास जताया कि युवाओं की जिम्मेदारी और गर्व की भावना लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करेगी।
इमरान मसूद ने पीएम के इस संदेश का समर्थन करते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र को सुरक्षित रखना ही देश और युवाओं के भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।