
चाईबासा, 26 नवंबर 2025: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा वन क्षेत्र में हाथियों की रहस्यमय मौतों ने वन विभाग की चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार को सोसोपी जंगल में एक और नर हाथी का शव मिला। खास बात यह रही कि मृतक हाथी के शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं थी और उसके दांत पूरी तरह सुरक्षित थे।
15 दिनों में तीन मौतें:
वन अधिकारियों के अनुसार, दो हफ्ते के भीतर यह तीसरी मौत है, जिसमें किसी हाथी की मृत्यु का कोई स्पष्ट कारण नहीं पाया गया। कोल्हान डिवीजन की रीजनल चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट, स्मिता पंकज, ने इन मौतों को एक “रहस्य” बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारी मौत के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए बेचैन हैं।
विसरा रिपोर्ट का इंतजार:
वन विभाग रांची की फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) से 15 नवंबर को रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गई दो मादा हाथियों की विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।
तत्काल जांच की तैयारी:
इस बार, रिपोर्ट में देरी न हो, इसके लिए वरिष्ठ वन अधिकारी इस नर हाथी के विसरा को FSL के साथ-साथ रांची स्थित बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की वेटेरिनरी यूनिट में भी भेजने पर विचार कर रहे हैं। ताकि जल्द से जल्द मौत के कारण का पता लगाया जा सके।
स्थानीय चिंता:
कोल्हान क्षेत्र में हाथियों की लगातार मौतों ने स्थानीय लोगों और वन विभाग में सनसनी फैला दी है। अधिकारियों ने कहा कि मौतों को लेकर कई अटकलें और चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन वास्तविक कारण का खुलासा रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।