
बलिया। बैरिया थाना क्षेत्र के बकुल्हा मांझी रेलवे ट्रैक पर 17 नवंबर को मिली अज्ञात महिला की क्षत-विक्षत लाश का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। घटना में महिला के चचेरे भाई आर्या यादव (19) को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी चाचा अशोक यादव (50) अभी फरार है।
क्या हुआ था मामला?
पुलिस ने बताया कि मृतका प्रीति यादव (20), टोला फतेराय भगवानपुर निवासी, ने दूर के रिश्तेदार अभिषेक यादव से प्रेम विवाह किया था। 23 सितंबर को दोनों घर से भागकर मनेसर चले गए थे। इस पर नाराज चाचा अशोक और चचेरे भाई आर्या ने अभिषेक के पिता सुनील यादव को झूठा वादा किया कि समाज की इज्जत बचाने के लिए रीति-रिवाज से शादी कराएंगे। भरोसे में आकर 14 नवंबर को अभिषेक प्रीति को लेकर घर लौटे।
बेरहमी से हत्या की गई
16 नवंबर को प्रीति को प्राथमिक विद्यालय टोला फतेह राय के पास परिजनों को सौंपा गया। आरोपी आर्या ने पुलिस को बताया कि प्रीति घर जाने को तैयार नहीं थी, जिससे झगड़ा हुआ और गुस्से में उन्होंने गला दबाकर हत्या कर दी। चाचा अशोक ने उसका पैर पकड़े रखा। बाद में हत्या को दुर्घटना दिखाने के लिए शव को बाइक से रेलवे ट्रैक तक ले जाकर चाकू से गर्दन काटी, कपड़े उतारे और धड़ पटरी पर फेंक दिया।
पुलिस की कार्रवाई
पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हुई। ट्रैक किनारे झाड़ियों में आधार कार्ड मिलने से पुलिस परिजनों तक पहुंची। सख्ती से पूछताछ में आर्या ने पूरी वारदात कबूल कर ली और उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद हुआ। पुलिस फरार अशोक की तलाश में दबिश दे रही है।
यह घटना न सिर्फ बलिया में बल्कि पूरे क्षेत्र में सन्नाटा और डर फैलाने वाली है, और यह बताती है कि प्रेम विवाह के नाम पर परंपरा और जातीय दबाव कितनी भयानक स्थिति तक जा सकते हैं।