
नवी मुंबई, 03 नवम्बर 2025
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने क्रिकेट इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज कर लिया है। डॉ. डी.वाई. पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई में खेले गए आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से पराजित कर अपना पहला विश्व कप खिताब जीत लिया।
यह विजय न केवल भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी उपलब्धि है, बल्कि इसने देशभर में महिला खिलाड़ियों के आत्मविश्वास और सम्मान को नई ऊँचाई पर पहुँचा दिया है।
विजय की झलकियाँ — ‘विमेन इन ब्लू’ का पराक्रम
टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में भारतीय टीम ने कठिन परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन किया। टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना और अन्य खिलाड़ियों ने भी अपने उम्दा खेल से दर्शकों का दिल जीत लिया।
फाइनल मुकाबले में शेफाली वर्मा ने 87 रनों की शानदार पारी खेली और गेंद से दो अहम विकेट झटके। वहीं दीप्ति शर्मा ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का खिताब हासिल किया। उन्होंने फाइनल में 5 विकेट लेकर भारत की जीत सुनिश्चित की।
सेमीफाइनल में जेमिमा रोड्रिग्स ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 127 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत को फाइनल में पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई।
ऋचा घोष ने पूरे टूर्नामेंट में ‘फिनिशर’ की भूमिका निभाई, जबकि अमनजोत कौर ने श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ निर्णायक क्षणों में शानदार प्रदर्शन कर अपनी उपयोगिता साबित की।
52 वर्षों का इंतजार हुआ पूरा
इस जीत के साथ भारत ने आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के 52 साल के इतिहास में पहली बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। इस उपलब्धि ने न केवल क्रिकेट प्रेमियों को भावविभोर कर दिया, बल्कि देश की बेटियों को यह संदेश भी दिया कि मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।
पुरस्कार और सम्मान
बीसीसीआई ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ को ₹51 करोड़ की नकद राशि देने की घोषणा की है।
आईसीसी ने भी भारतीय टीम को $4.48 मिलियन (लगभग ₹39.78 करोड़) की रिकॉर्ड-तोड़ पुरस्कार राशि प्रदान की।
महिला शक्ति का नया युग
यह जीत केवल एक खेल उपलब्धि नहीं, बल्कि भारतीय महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है।
देशभर की लाखों बेटियाँ अब क्रिकेट को सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि अपने सपनों की उड़ान के रूप में देख रही हैं।
🏆 भारत की ‘विमेन इन ब्लू’ ने इतिहास रचा — अब हर भारतीय कह रहा है, “हमारी बेटियाँ किसी से कम नहीं!”