
सतना, 21 नवंबर। मध्य प्रदेश के सतना जिले के मझगवां थाना परिसर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब थाने के भीतर अचानक एक जहरीला सांप घुस आया। कुछ ही सेकंड में हालात ऐसे हो गए कि थाना खाली, नागराज अंदर और पुलिस बाहर!
फुफकार सुनते ही छूटे पसीने
शुक्रवार दोपहर थाने में रोजमर्रा का कामकाज चल रहा था कि अचानक एक कोने से तेज फुफकार की आवाज आई। जब पुलिसकर्मियों ने वहां देखा, तो एक विषैला सांप फन फैलाए बैठा था।
सांप को देखते ही पुलिसकर्मी और फरियादी दोनों दहशत में आ गए। सभी कुर्सियाँ-टेबल छोड़कर बाहर की ओर भागे और थाने का पूरा परिसर कुछ ही पलों में खाली हो गया।
वन विभाग को तत्काल सूचना
स्थिति गंभीर देखते हुए पुलिस ने जोखिम न लेते हुए तुरंत वन विभाग को सूचित किया। कुछ ही देर में विशेषज्ञ विनोद पाण्डेय अपनी टीम के साथ थाने पहुंचे।
सांस रोक देने वाला रेस्क्यू ऑपरेशन
विनोद पाण्डेय ने सबसे पहले थाना परिसर में लोगों की आवाजाही रोकी और पुलिसकर्मियों को सुरक्षित दूरी पर रहने की सलाह दी।
इसके बाद सावधानी और अनुभव के साथ उन्होंने रेस्क्यू शुरू किया। कुछ मिनटों की मशक्कत के बाद जहरीले सांप को सुरक्षित काबू में ले लिया गया।
जंगल में छोड़ा गया ‘नागराज’
सांप के नियंत्रित होते ही पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस ली। वन विभाग की टीम सांप को उसके प्राकृतिक आवास—जंगल में छोड़कर लौटी।
पुलिस अधिकारियों ने संभावित हादसे को टालने वाले इस तेज और सतर्क रेस्क्यू के लिए टीम का आभार व्यक्त किया।
वन विभाग की अपील—’खुद छेड़छाड़ न करें’
इस घटना के बाद वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि मौसम में बदलाव के दौरान सांपों का बाहर आना सामान्य है।
ऐसे में किसी भी सांप को मारने या खुद पकड़ने की कोशिश न करें, बल्कि तुरंत वन विभाग या प्रशिक्षित सर्पमित्रों को सूचना दें।