Friday, November 21

प्रशांत किशोर करेंगे अपनी आय का 90% हिस्सा पार्टी को दान, लोगों से मिलने के लिए तय की फीस

बेतिया, 21 नवंबर। बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी की हार के बाद पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों तक वे अपनी आय का 90 प्रतिशत पार्टी को दान करेंगे और पार्टी से जुड़े लोगों से मिलने के लिए फीस भी तय कर दी है।

संपत्ति और दान का ऐलान

प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दिल्ली स्थित एक घर को छोड़कर, पिछले 20 वर्षों में अर्जित उनकी सारी चल-अचल संपत्ति जन सुराज पार्टी को दान की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब वे केवल उन्हीं लोगों से मिलेंगे जो पार्टी को 1,000 रुपये का चंदा देंगे।

उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं किसी ऐसे व्यक्ति से नहीं मिलूंगा जो पार्टी को 1,000 रुपये का योगदान नहीं देगा।”

नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप

पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में एक दिन का मौन व्रत करने के बाद किशोर ने बिहार सरकार पर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि राज्य में चुनाव के दौरान वोट खरीदे गए, और एक करोड़ से अधिक महिलाओं के खातों में 10-10 हजार रुपये जमा कराए गए।

किशोर ने कहा, “अगर मैं गलत कह रहा हूं तो बिहार सरकार मुझे जेल भेज दे। राज्य सरकार के पास निधि नहीं थी, इसलिए आकस्मिकता निधि और विश्व बैंक के अनुदान का उपयोग किया गया।”

जन जागरूकता अभियान

किशोर ने बताया कि 15 जनवरी के बाद जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता राज्य के सभी 1.18 लाख वार्डों में जाकर लोगों को बताएंगे कि उनके वोट किस तरह खरीदे गए। इस दिन से ‘बिहार नव निर्माण संकल्प’ अभियान की भी शुरुआत होगी, जिसमें किशोर अगले 15 से 18 महीनों में राज्य के हर घर तक पहुंचेंगे।

नीतीश कैबिनेट पर हमला

प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार और भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, “यह बिहार की जनता के मुंह पर तमाचा है… घाव पर नमक छिड़कने जैसा है। कुछ लोगों को सिर्फ इसलिए मंत्री बनाया गया क्योंकि उनके पिता राजनीति में हैं। भ्रष्ट और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोग भी शामिल किए गए हैं।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार की चिंता नहीं करते। किशोर ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी राजनीति महात्मा गांधी की धैर्य और दृढ़ता की विचारधारा पर आधारित है और वे सरकार बदलकर ही रहेंगे।

यह कदम प्रशांत किशोर की राजनीतिक सच्चाई और पार्टी के प्रति समर्पण को दर्शाता है। बिहार में जन सुराज पार्टी अब नए अभियान और कार्यक्रमों के साथ सक्रिय राजनीति में लौट रही है।

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