Tuesday, November 4

संतोष सुपेकर को क्षितिज लघुकथा शिखर सम्मान-2025

उज्जैन। शहर के वरिष्ठ लघुकथाकार संतोष सुपेकर को इंदौर स्थित क्षितिज साहित्य संस्था द्वारा आयोजित अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन में ‘क्षितिज लघुकथा शिखर सम्मान-2025’ से सम्मानित किया गया।

सम्मान समारोह में सुपेकर को शॉल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं नकद राशि प्रदान की गई। यह सम्मान वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नर्मदाप्रसाद उपाध्याय, वीणा पत्रिका के संपादक राकेश शर्मा एवं क्षितिज संस्था के अध्यक्ष सतीश राठी द्वारा प्रदान किया गया।

जानकारी देते हुए सरल काव्यांजलि संस्था के राजेन्द्र देवधरे ‘दर्पण’ ने बताया कि सुपेकर के साहित्यिक योगदान और लघुकथा विधा में उनके गहन अध्ययन को ध्यान में रखते हुए यह सम्मान दिया गया है।

इस अवसर पर अपने वक्तव्य में सुपेकर ने कहा—

“लघुकथा में जब समय का प्रवाह असंगत या बेतरतीब हो जाता है, जिससे कथावस्तु में अस्पष्टता या भ्रम उत्पन्न होता है, वही लेखकीय कौशल की कमी का परिणाम ‘कालखंड दोष’ कहलाता है।”

सम्मेलन में देशभर से आए साहित्यकारों एवं लघुकथाकारों ने भी भाग लिया और लघुकथा की दिशा एवं दशा पर विचार-विमर्श किया।

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