
नई दिल्ली : म्यूल अकाउंट के जरिए दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में सक्रिय विशाल साइबर सिंडिकेट पर दिल्ली पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए शिकंजा कस दिया है। ‘ऑपरेशन CyHawk’ नामक इस अभियान में दिल्ली पुलिस ने 700 से अधिक साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह ऑपरेशन लम्बे समय से सक्रिय साइबर गिरोहों पर सीधा प्रहार माना जा रहा है।
दो दिन चला ऑपरेशन, सभी साइबर थाने रहे सक्रिय
सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन CyHawk बीते दो दिनों तक लगातार चला। i4C (Indian Cyber Crime Coordination Centre) के सहयोग से दिल्ली के सभी जिलों में स्थित साइबर थानों को इस अभियान में शामिल किया गया। शुक्रवार सुबह जाकर यह ऑपरेशन समाप्त हुआ।
ऑपरेशन के पहले ही 12 घंटों में 350 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया था। अंतिम आंकड़ा 1000 तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
साइबर सिंडिकेट की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश
पुलिस की जांच का फोकस उन म्यूल बैंक अकाउंट्स और म्यूल मोबाइल सिम कार्ड्स पर रहा, जिनका उपयोग ठगी के पैसों को घुमाने में किया जाता है। इसके अलावा जांच टीमों ने उन एटीएम बूथों और पीओएस मशीनों की भी छानबीन की जहां ठगों द्वारा सबसे ज्यादा कैश निकाला गया या कार्ड स्वैप किए गए।
विशेष सेल और साइबर यूनिट ने मिलकर चलाई कार्रवाई
इस व्यापक अभियान में 180 से अधिक थाने, सभी 15 जिलों के साइबर थाने, क्राइम ब्रांच की साइबर यूनिट और स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट शामिल रहीं। जिला स्तर पर सभी डीसीपी ने अभियान की कमान संभाली।
साइबर क्राइम से जुड़ी हर शिकायत पर तत्काल एफआईआर दर्ज की गई। अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिससे बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश होने की उम्मीद है।
प्रेस ब्रीफिंग में होगा बड़ा खुलासा
दिल्ली पुलिस इस पूरे ऑपरेशन को लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत जानकारी साझा करेगी। माना जा रहा है कि इस ब्रीफिंग में साइबर ठगी के बड़े अंतरराज्यीय नेटवर्क के खुलासे का दावा भी किया जा सकता है।